चंडीगढ़। पंजाब का दो दिवसीय विधानसभा का विशेष सत्र आज से शुरू हो गया है। इसमें सबसे पहले दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी गई है। वहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान भी सदन में पहुंच चुके हैं। विपक्ष नेता भी सदन में उपस्थित हैं।
बाजवा ने स्पीकर से पूछा सवाल
शून्य काल में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि सत्र असंवैधानिक होने के बावजूद हम सदन में आए। प्रताप सिंह बाजवा ने सदन में सवाल उठाया कि राज्यपाल इस सत्र को असंवैधानिक करार दे रहे हैं, क्या यह सत्र लीगल है या इलीगल। इस पर स्पीकर कुलतार संधवा ने सत्र को लीगल बताया।
एसवाईएल के मुद्दे पर चर्चा करने की मांग की
वहीं कैबिनेट मंत्री हरपाल चीमा ने भी इस सत्र को लीगल बताया है। इस पर सदन में हंगामा मच गया। वहीं बरगाड़ी कांड और एसवाईएल के मुद्दे पर उन्होंने बहस करने की मांग की। बाजवा ने यह भी कहा कि आप के विधायक शीतल एंगुरल ने आप के सांसद पर आरोप लगाया कि उनका रिश्तेदार ड्रग्स में शामिल है। इसकी उच्च स्तरीय जांच हो और कमेटी बनाई जाए। वहीं शून्य काल में प्रगत सिंह ने तरन तारन के एसएसपी गुरमीत चौहान को हटाने का मुद्दा उठाया।
सीएम मान और बाजवा आपस में भिड़े
पंजाब विधान सभा में एक बार फिर मुख्यमंत्री भगवंत मान और प्रताप सिंह बाजवा भिड़े। मुख्य मंत्री ने कहा की बाजवा ने उन्हें तू कह कर संबोधित किया। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा की सदन लीगल है या इनलीगल इसके लिए सरकार सुप्रीम कोर्ट जाएगी। आज बिल पेश नहीं हुआ।
यदि सत्र अवैध है तो कार्रवाई हो
विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग का कहना है कि राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने इस सत्र को अवैध घोषित कर दिया है। उनका कहना है कि यदि यह सत्र अवैध है तो इस पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। बाजवा ने कहा कि विधायकों को सत्र में होने वाले किसी भी काम के बारे मे कोई जानकारी नहीं दी गई है।
सदन का बिगड़ा माहौल
सदन स्थगित होने के बाद आप और कांग्रेस के विधायक हाथापाई होने तक पहुंच गए। मामला कुछ इस तरह हुआ की शून्य काल में प्रताप सिंह बाजवा ने जालंधर वेस्ट के आप विधायक शीतल अंगूराल द्वारा जालंधर के आप सांसद सुशील रिंकू के रिश्तेदारों के ड्रग्स मामले में शामिल होने का आरोप लगाने का मुद्दा सदन में रखा।
इस पर मुख्यमंत्री ने कहा की कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी दिल्ली एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें तस्करी का मुद्दा उठाया था। इस पर बाजवा ने कहा आपको जो करना हो कर ले। इसे लेकर विवाद शुरू हुआ।