भोपाल. प्रदेश में लंबे अरसे से खाली पड़ी डीआईजी रेंज में जल्द ही अफसरों को पदस्थ किया जाएगा। वहीं डीआईजी रेंज में अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे अफसरों को भी इस प्रभार से मुक्त कर दिया जाएगा। प्रदेश में तीन रेंज में लंबे अरसे से डीआईजी पदस्थ नहीं हुए हैं। वहीं चार रेंज ऐसी है जहां पर डीआईजी को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
ये रेंज हैं खाली
इंदौर और भोपाल में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद डीआईजी रेंज की संख्या 19 हो चुकी है। इनमें से सिर्फ 12 पदों पर ही डीआईजी रेंक के अफसर पदस्थ हैं। जबकि चार रेंज में डीआईजी अतिरिक्त प्रभार के रुप में काम संभाल रहें है। वहीं तीन रेंज खाली हैं,जिनमें अतिरिक्त प्रभार भी नहीं दिया गया है। अब इन पर अफसरों को पदस्थ करने की कवायद तेज हो गई है।
ऐसा माना जा रहा है कि एक सप्ताह के भीतर इन सभी रेंजों में डीआईजी को पदस्थ कर दिया जाएगा। दरअसल एक जनवरी को 14 अफसर डीआईजी के पद पर पदोन्नत हुए हैं। इन्हें पदस्थ किया जाना है। इन अफसरों को रेंजों में भेज कर खाली और अतिरिक्त प्रभार वाले जिलों में भेजा जाएगा। वहीं कुछ डीआईजी भी इस फेरबदल में प्रभावित होंगे।
ये रेंज हैं खाली
इसी तरह शहडोल, सागर और छतरपुर डीआईजी रेंज खाली है। छतरपुर के डीआईजी विवेक राज सिंह हाल ही में अपने मूल कॉडर में वापस जा चुके हैं। वहीं रतलाम डीआईजी सुशांत सक्सेना पदोन्नत होकर आईजी बन गए हैं। हालांकि वे अभी डीआईजी का काम ही वहां पर देख रहे हैं।
इसके आलवा मुरैना में अतिरिक्त प्रभार के रुप में सीआईडी में पदस्थ डीआईजी कुमार सौरभ, एसएएफ डीआईजी सेंट्रल जोन कृष्णवेनी देसावटु के पास भोपाल ग्रामीण डीआईजी का अतिरिक्त प्रभार है। जबकि नर्मदापुरम के डीआईजी जेएस राजपूत के पास छिंदवाड़ा डीआईजी का अतिरिक्त प्रभार है।
इन रेंज में हैं अभी अफसर
इंदौर ग्रामाणी, ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर, रीवा, खरगौन, नर्मदापुरम और बालाघाट में डीआईजी पदस्थ हैं। वहीं पुलिस कमिश्नर सिस्टम में इंदौर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के दोनों पद और भोपाल में एक पोस्ट पर अफसर पदस्थ हैं। वहीं भोपाल में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के एक पद अतिरिक्त प्रभार के रुप में हैं।