वंदना मर्डर केस आखिरकार पुलिस ने सुलझा लिया। देवास से तीन आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिया, इसमें एक महिला (मुंह बोली बहन और दो पुरुष) है। शुक्रवार को एरोड्रम पुलिस ने देवास ने इन्हें पकड़ा। वंदना उसके पास काम करने वाली एक महिला को काफी वक्त से ब्लैकमेल कर रही थी, इस वजह से ही ये हत्याकांड हुआ।
घटना के बारे में
रविवार दोपहर को एरोड्रम थाना क्षेत्र के विद्या पैलेस कॉलोनी की एक बिल्डिंग में वंदना पति राहुल रघुवंशी निवासी नंदानगर क्षेत्र की खून से सनी लाश मिली। वंदना का गला रेतकर हत्या की गई थी। कुछ दिनों पहले ही वंदना ने यह जगह किराए पर ली थी। एफएसएल की जांच में पहले आंखों में मिर्ची डालकर हत्या करने की बात सामने आई थी। क्योंकि मौके पर मिर्ची पाउडर भी मिला था। वंदना ने अपने पति को टिफिन सेंटर में काम करने की बात कही थी। पुलिस ने जांच की तो वंदना के अनैतिक गतिविधियों में लिप्त होना पता चला था।
पुलिस इस मामले में उसके साथ काम करने वाली महिलाओं से, संदिग्धों से, उसे फोन करने वालों से यहां तक कि उसके परिवार के लोगों से भी पूछताछ कर चुकी थी, लेकिन पुलिस को मर्डर केस में कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगा था। वंदना की पहली शादी भोपाल में हुई थी। 2014-15 में वह पहले पति को तलाक देकर इंदौर आ गई थी और राहुल से दूसरी शादी की थी।
वंदना मर्डर केस की कहानी
एरोड्रम थाने के TI संजय शुक्ला के मुताबिक वंदना के साथ दो महिलाएं काम करती थी। इसमें एक है सलोनी उर्फ नैना। वह देवास की रहने वाली है और मां को उसके काम का पता न चले इसलिए वह इंदौर में बुटीक में का काम करने का बोल कर इंदौर आती थी। वह देवास में ये काम इसलिए नहीं करती थी, ताकि उसकी मां को पता न चल जाए।
वंदना करने लगी थी ब्लैकमेल
TI ने बताया वह वंदना के साथ काफी वक्त से काम कर रही थी। वंदना के पास उसके कुछ वीडियो भी थे। सलोनी ने पहले ही वंदना को बता दिया था कि उसकी मां को उसके काम के बारे में पता नहीं है, इसलिए वे कभी भी न बता दे। जब सलोनी दूसरी जगह जाने लगी तो वंदना उसे वीडियो बताकर ब्लैकमेल करने लगी। वंदना उसे कहती थी कि उसके पास घर का एड्रेस है। पिछले काफी वक्त से वंदना से ब्लैकमेल होने के कारण सलोनी परेशान हो चुकी थी।
मुंह बोले भाइयों को पता चली बात, फिर हुई प्लानिंग
ब्लैकमेल से परेशान होकर घटना के एक दिन पहले यानी शनिवार को वंदना अपने मुंह बोले भाइयों अशोक और गोलू के पास पहुंची। मुंह बोले भाइयों को पहले पता नहीं था कि सलोनी क्या काम करती है। सलोनी ने बताया कि वह इस काम में लिप्त है वह उससे बाहर निकलना चाहती है, लेकिन वंदना उसे ब्लैकमेल कर रही है। इसलिए तुम उसे कैसे भी निपटा दो। बाकी वह सब संभाल लेगी। इसके बाद वंदना के मर्डर की प्लानिंग हुई। इसमें सुपारी लेकर हत्या करने की बात भी सामने आ रही है।
मार्केट से मिर्ची-हथियार खरीदा, अलग-अलग गाड़ी से इंदौर आए
TI शुक्ला के बताया घटना वाले दिन अशोक और गोलू पहले देवास के मार्केट पहुंचे। जहां उन्होंने एक किराना दुकान से मिर्ची पाउडर खरीदा। इसके साथ ही सीमेंट की बोरी काटने वाला हथियार भी खरीदा। अशोक और गोलू एक बाइक पर तो सलोनी अपनी टू व्हीलर पर अलग-अलग इंदौर आए। इंदौर में बापट चौराहे पर वे मिले और यहां से विद्या पैलेस कॉलोनी पहुंचे।
जहां सलोनी ने पहले इशारे से वंदना का घर बताया और वहां जाकर पहले खुद का कुछ सामान रखा वहां से रवाना हो गई। जिसके बाद अशोक घर में घुसा और दो से तीन मिनट में वारदात को अंजाम देकर वहां से बाइक पर बैठकर भाग निकला।
ऐसे मिला पुलिस को सुराग
TI ने बताया कि इनके बारे में मुखबिर से जानकारी मिली। घटना के वक्त कुछ लोग वहां खड़े थे, जिन्होंने इन्हें देखा था। पहले सलोनी से पुलिस ने पूछताछ की थी, लेकिन उस वक्त पुलिस ने उसे छोड़ दिया था। जब पुलिस को इसके बारे में पता चला तो दोबारा उससे पूछताछ की। पुलिस को एक जगह के सीसीटीवी फुटेज भी मिले, जिसमें तीनों नजर आए। जब उसे फुटेज दिखाए तो उसने पहले तो पहचानने से मना कर दिया। जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरी घटना के बारे में बताया।
देवास में जहां से सामान खरीदा वहां भी पहुंची पुलिस
मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने देवास से दोनों मुंह बोले भाइयों को भी हिरासत में ले लिया। उनसे भी पूछताछ की तो पूरी घटना स्पष्ट हो गई। इसके बाद पुलिस उन्हें लेकर देवास के मार्केट पहुंची जहां से उन्होंने मिर्ची पाउडर और हथियार खरीदे थे। फिलहाल पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया है, जल्द ही उनकी गिरफ्तारी हो जाएगी।