वाराणसी। नवंबर के दूसरे पखवाड़े में ठंड ने दस्तक दे दी है। सुबह और शाम के समय सिहरन महसूस होने लगी है, जबकि दोपहर में धूप के कारण थोड़ी राहत मिल रही है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से क्रमशः 2.3 और 1.5 डिग्री कम रहा। ठंड के साथ प्रदूषण की मात्रा भी बढ़ती जा रही है। इसके चलते बनारस यलो जोन में बना हुआ है।
शुक्रवार सुबह बाहरी इलाकों में कोहरा छाया रहा। दिन में 10-11 बजे तक ठंड का असर महसूस हुआ, जबकि शाम ढलते ही ठंड और बढ़ गई। मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण ठंड का असर शुरू हो गया है और आगामी दिनों में इसमें वृद्धि की संभावना है।
खराब हुई शहर की आबोहवा
ठंड के साथ ही शहर की वायु गुणवत्ता भी चिंता का कारण बनी हुई है। लगातार चौथे दिन वाराणसी की हवा “मध्यम” श्रेणी में रही। शुक्रवार को वाराणसी का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 125 दर्ज किया गया। सबसे अधिक प्रदूषित इलाका अर्दली बाजार रहा, जहां AQI 165 रिकॉर्ड हुआ। मलदहिया का AQI 144, भेलूपुर का 124, और बीएचयू का 68 दर्ज किया गया।
अर्दली बाजार सबसे प्रदूषित
अर्दली बाजार में पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 385 और पीएम 10 की 411 तक पहुंच गई, जो वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति को दर्शाती है। मलदहिया और भेलूपुर के क्षेत्रों में भी पीएम 2.5 और पीएम 10 के स्तर खतरनाक स्थिति में हैं। शहरवासियों को ठंड के साथ वायु प्रदूषण से सतर्क रहने की सलाह दी गई है।