ब्यूरो उन्नाव
सफीपुर उन्नाव पीड़ित अमित कुमार द्विवेदी सफीपुर कस्बा स्थित मोहल्ला दुबियाना कस्बा सफीपुर का निवासी है पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक के दरबार में पहुंचक कर शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया है कि पीड़ित से काफी घनिष्ठता होने की वजह उसके साथ लगभग ₹400000 की ठगी की गई आपको बता दे की से मित्रवत व्यवहार करने वाला अभिषेक पाण्डेय पुत्र राधेश्याम पाण्डेय निवासी मोहल्ला सुंदई ग्राम व पोस्ट माखी ने सन 2019 मे जब प्राथमिक शिक्षकों की 69000 भर्ती का विज्ञापन आया तो कहा कि मेरे एक मिलने वाले है उनसे सेटिंग बनाई है और सुपर टेट परीक्षा मे 125 नम्बर की गारंटी है और अगर इतने नम्बर आ गये तो नौकरी पक्की है .आपको 750000 रु देने होंगे और जिंदगी बदल जायेगी और ये सब धंधा पानी छोड़ो.
प्रार्थी ने कहा ये सब कामो मे बहुत रिस्क होता है मै पढ़कर परीक्षा दूंगा और होगा तो मेहनत के दम पर नाम लाऊंगा.इसके बाद कुछ दिन बीतने पर फिर जोर देकर वही बात अभिषेक ने दोहराई लेकिन प्रार्थी ने मना कर दिया.
इसके कुछ दिन बाद परीक्षा जो कि फरवरी या मार्च माह की किसी तारीख मे थी जैसे ही निकट आयी अभिषेक ने फिर वही प्रस्ताव रखा और कहा कि तुम्हारा भी हो जायेगा मान लो मेरी बात वर्ना पछताओगे.
श्रीमान जी अभिषेक से मित्रता काफी वर्षो से थी इसलिए प्रार्थी उसके झांसे मे आ गया और अपने एडमिट कार्ड की फोटो और 750000 रु उन्नाव में जिलाधिकारी परिसर के बाहर आफीसर्स कालोनी में उसको एक 4 पहिया गाड़ी मे दे दिये.
परीक्षा होने के कुछ दिन बाद ही 69000 भर्ती का मामला कोर्ट मे लंबित हो गया.वह प्रार्थी को विस्वास दिलाता रहा कि चिंता मत करो काम हो जायेगा लेकिन कुछ नही हुआ .अभिषेक पाण्डेय उन्नाव में अक्सर मिलता था क्योंकि यही पर वह नगरपालिका में ठेकेदारी करता है।
आखिर मे मे परिणाम वही आया जिसका भय था .प्रार्थी का परिणाम असफल आया जिसके फलस्वरुप प्रार्थी निराश हुआ और उसी दिन प्रार्थी ने अभिषेक को फोन किया तो उसने उठाया नही फिर ह्ववाटस ऐप से मैसेज करके कहा कि काम नही हुआ आप पैसे वापस कराओ तो अभिषेक बोला अभी विधायक जी के साथ हूं बाद मे बात करूंगा .इसी तरह क ई महीने टालने के बाद एक दिन उन्नाव नगरपालिका के बाहर काफी गरमा गर्मी हो गयी ।फिर कई दिनों बाद 350000 रु बड़ी मुश्किल से वापस किये.तब से शेष 400000 रु के लिए प्रार्थी जब भी फोन करता रहा वो टालता जा रहा है.कुछ दिन बाद फिर फोन किया तो 21.05.2021 को एक चेक सं 011726 जो कि उसके पिता के खाते की थी ह्वाटस ऐप पर भेजी और कहा यह एक लाख रु की रकम है निकाल कर दे दूंगा लेकिन उसके बाद कई दिन बीत गये कुछ नहीं दिया।प्रार्थी को बाद मे कुछ लोगो से यह भी ज्ञात हुआ कि मेरी तरह क ई लोगो को इसी तरह से बातो मे फंसाकर अभिषेक ने पैसा लिया और उन पैसे से शुक्लागंज मे टेण्डर उठाकर ठेकेदारी का काम किया था.
यह पैसा पीड़ित ने किसी से उधार लेकर अभिषेक को दिया था जिसकी गारंटी मे प्रार्थी को चेक देना पड़ा था और जब विलंब हुआ तो उस व्यक्ति ने चेक बाउंस करा के प्रार्थी पर मुकदमा करा दिया था जिसका निस्तारण करने मे किसी तरह से प्रार्थी ने इधर उधर से मांग कर उनको दिया और २३.१०.२०२४ को सुलहनामा लगाकर स्वयं को जेल जाने से बचा पाया.इसी तरह समय बीतता जा रहा पर कोई भुगतान न मिला ।एक दिन कचहरी परिसर उन्नाव के बाहर उससे भेंट हुई तो प्रार्थी ने पैसे की मांग की इस पर वह गाली गलौज करने लगा और बोला कुछ न दूंगा जो करना है कर लो।दिनांक 24.10.2024 को प्रार्थी ने फोन कर के थोड़ा गुस्से और कठोर स्वर मे शेष रुपया मांगा तो उल्टा प्रार्थी पर चीखने चिल्लाने लगा और बोला कोई रुपया शेष नहीं बचा है और बचा भी है तो नहीं दूंगा जो करना है कर लो ज्यादा कलाकारी और फोन किया तो याद रखना सफीपुर से उन्नाव अक्सर आते जाते हो रास्ते में ही कहीं लुढ़के पड़े होंगे।
पीड़ित मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखता है.पिछले 5 वर्षो से व्यापार मे लगातार नुकसान उठाना पड़ा फिर अभिषेक ने इस तरह की जालसाजी कर के प्रार्थी का शेष 400000 रु बेईमानी कर रहा है और नौकरी का झांसा देकर बेवकूफ बनाया जबकि प्रार्थी इसके कारण कई लोगो का कर्जदार हो गया है जो आये दिन पैसे के लिए प्रार्थी को परेशान करते है.
पीड़ित को अभिषेक पाण्डेय की गुंडागर्दी से एवं जालसाजी के कृत्य से निजात दिलाने में मदद करें और ठग अभिषेक पांडे पर सख्त से सख्त कार्रवाई करें