उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के रोरावर थाना क्षेत्र के भीमपुर इब्राहिमपुर गांव में ग्राम समाज की सरकारी जमीन से संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति हटाने को लेकर दलित समाज के लोग पुलिसकर्मियों से भिड़ गए. इस दौरान जब पुलिसकर्मी बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति हटाने लगे तो दलित समाज के असामाजिक तत्वों ने मौके पर जमकर बवाल करते हुए पथराव कर पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट कर दी.
इसके साथ ही पुलिसवालों की कई बाइकों में आग लगा दी. ग्राम समाज की जमीन पर एक ही समुदाय के दो पक्षों के लोगों द्वारा मंदिर का निर्माण और बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति हटाने को लेकर मौके पर मौजूद फायर ब्रिगेड की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई, जबकि घटना में करीब छह से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए. मौके पर पहुंचे पुलिस के उच्च अधिकारी मामले की जांच-पड़ताल में जुटे हुए हैं.
भीमपुर इब्राहिमपुर गांव की घटना
बता दें कि पूरी घटना भीमपुर इब्राहिमपुर गांव की है. जहां गांव में बघेल समाज के लोग ग्राम समाज की जमीन पर मंदिर का निर्माण करने और दलित समाज के लोग ग्राम समाज की सरकारी भूमि पर बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाने को लेकर आमने-सामने आ गए थे. इस दौरान एक ही समुदाय के लोगों द्वारा मंदिर का निर्माण और बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की सरकारी जमीन पर मूर्ति स्थापित करने को लेकर हुए विवाद की सूचना मिलते ही पुलिस के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे थे.
पुलिस ने दोनों पक्षों के लोगों को समझाते हुए मामले को शांत कराया गया था. बताया जा रहा है कि मंगलवार को दलित समाज के लोगों ने ग्राम समाज की जमीन पर संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगा दी थी. ग्राम समाज की सरकारी जमीन पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी. जिस पर दलित समाज के लोग मूर्ति को घेरकर बैठ गए.
प्रधान और पूर्व प्रधान को हिरासत में लिया
इस दौरान जब पुलिसकर्मियों ने उनको वहां से हटाने की कोशिश की तो दलित समाज के सामाजिक तत्व पुलिसकर्मियों से भिड़ गए. इस पर कई थानों की पुलिस फोर्स को मौके पर बुलाया गया. जब कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची तो उनके द्वारा जबरन उनको वहां से हटाया गया. इसके साथ ही वर्तमान प्रधान निर्देश लोधी सहित पूर्व प्रधान छत्रपाल को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया, लेकिन बावजूद इसके गांव के अंदर तनावपूर्ण माहौल है.
बघेल समाज कर रहा था मंदिर बनवाने की मांग
बता दें कि गांव के अंदर ग्राम समाज की सरकारी जमीन पर बघेल समाज के लोग मंदिर बनवाने की मांग कर रहे थे तो वहीं दलित समाज के लोगों ने 25 जनवरी 2025 को ग्राम समाज की सरकारी जमीन पर बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगा दी थी, जिसको लेकर गांव में पिछले कई दिनों से दो पक्षों के बीच तनाव की स्थिति थी और आपस में कोई बातचीत भी नहीं थी. बावजूद इसके समस्या का कोई हल नहीं निकला.
पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई
इसी के चलते बघेल समाज के लोग लगातार इसका विरोध करते हुए आ रहे थे. दलित समाज के लोगों द्वारा सरकारी जमीन पर बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाई जाने की सूचना उनके द्वारा पुलिस को दी गई, जिसके चलते पुलिस की टीम सरकारी जमीन पर दलित समुदाय के लोगों द्वारा लगाई गई मूर्ति को हटाने के लिए मौके पर पहुंची थी. सरकारी जमीन से मूर्ति हटाने का जाटव समाज के लोगों द्वारा विरोध किया. इस पर जब मौके पर पहुंची पुलिस के द्वारा सरकारी जमीन से बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति हटाने का प्रयास किया गया तो दलित समाज के लोग उग्र हो गए और उन्होंने पुलिसकर्मियों के ऊपर जमकर पथराव करते हुए उनके वाहनों में तोड़फोड़ कर आगजनी कर दी.