18.90 के औसत से रन बना रहे कोहली
भारत
के पूर्व कप्तान विराट कोहली बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे वनडे में 5 रन पर
आउट हो गए। पहले वनडे में वह 9 रन ही बना सके थे। इस साल के 10 वनडे में
उन्होंने महज 18.90 के औसत से रन बनाए। वह 2 फिफ्टी ही जड़ सके। 5 पारियों
में तो दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। 2008 में उनका औसत 31.80 का था। इसी
साल उन्होंने डेब्यू किया था। तब 5 मैचों में वह 2 फिफ्टी ही जड़ सके थे।
2008 के बाद विराट ने 2015 में 36.64 के औसत से रन बना सके। लेकिन, इस दौरान उन्होंने 2 शतक और एक फिफ्टी लगाई थी। इसके अलावा किसी भी साल में उनका औसत 43 से कम नहीं रहा। इन आंकड़ों से साफ है कि विराट अपने वनडे करियर में डेब्यू के बाद से सबसे खराब दौर में हैं। 2020 और 2021 के वनडे में विराट एक भी सेंचुरी नहीं लगा सके थे। लेकिन 2020 में खेले 9 मैचों में उन्होंने 47.88 के औसत से रन बनाए थे, इनमें 5 फिफ्टी शामिल हैं। 2021 में उन्होंने 3 ही मैच खेले। इनमें भी उन्होंने 43 के औसत से रन बनाए और 2 फिफ्टी जड़ दीं।
मेहदी-महमूदुल्लाह की रिकॉर्ड पार्टनरशिप
बांग्लादेश
के मेहदी हसन मिराज और महमूदुल्लाह ने 7वें विकेट के लिए रिकॉर्ड
पार्टनरशिप की। 19 ओवर में 69 रन पर 6 विकेट गंवा चुकी बांग्लादेश टीम को
दोनों ने ही संभाला। उन्होंने 7वें विकेट के लिए 165 बॉल पर 148 रन की
पार्टनरशिप की। यह बांग्लादेश की भारत के खिलाफ किसी भी विकेट के लिए सबसे
बड़ी पार्टनरशिप है।
दोनों से पहले अनामुल हक और मुश्फिकुर रहीम ने 2014 में तीसरे विकेट के लिए 133 रन की पार्टनरशिप की थी। बांग्लादेश के लिए 7वें विकेट की सबसे बड़ी पार्टनरशिप अफीफ हुसैन और मेहदी हसन मिराज ने की है। दोनों ने अफगानिस्तान के खिलाफ इसी साल 174 रन की नॉटआउट पार्टनरशिप की थी।