ग्रामीण क्षेत्रों में भीषण जल संकट से निजात दिलाने और ग्रामीणों को पेय जल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पीएचई विभाग ने कई गांवों में नल योजना का काम पूरा करवाया, लेकिन वर्षों बाद भी नल जल योजना से ग्रामीणों को एक बूंद पानी नसीब नहीं हुआ है। पाइप स्टैंड जगह-जगह खड़े है, पाइप लाइन उखड़ चुकी है और विभाग लागत योजना का बोर्ड लगाकर वाह वाही लूटने में व्यस्त है।
नल पोस्ट खड़े, पाइप लाइन क्षति ग्रस्त
बजाग जनपद के सारंगपुर गांव में जल जीवन मिशन के नाम पर पीएचई विभाग ने करीब 67 लाख रुपए खर्च किए हैं। सरकारी रिकार्ड के मुताबिक गांव के 157 घरों में नल जल कनेक्शन के तहत पानी देने का दावा किया जा रहा है, लेकिन हकीकत यह है कि नल जल योजना पिछले कई महीनों से बंद पड़ी हुई है।
ग्रामीणों का कहना है कि शुरूआती दिनों में करीब दो महीने तक उन्हें नल जल योजना से पानी मिला है और पिछले कई महीनों से नल जल योजना बंद पड़ी हुई है। जिसकी शिकायत कई बार विभागीय अधिकारियों से की गई, लेकिन अब तक किसी ने भी उनकी सुध नहीं ली है।
ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2009 में मुख्यमंत्री नलजल योजना के तहत पानी टंकी और कूप निर्माण किया गया था, जो काफी जर्जर स्थिति में थे। उसी को रंग रोगन करके जल जीवन मिशन योजना का बोर्ड लगाकर पीएचई विभाग के अफसर झूठी वाहवाही लूटने का काम कर रहे हैं।
घरों के सामने लगे नल जल कनेक्शन के स्टैंड पोस्ट को देखकर बड़ी आसानी से लगाया जा सकता है। ग्रामीण बताते हैं की मार्च महीने में हैंडपंप के जरिए जैसे-तैसे उन्हें पानी नसीब हो जाता है पर अप्रैल महीना आते ही हैंडपंप से पानी निकलना बंद हो जाता है और विकराल गर्मी में उन्हें नदी नालों का दूषित पानी पीकर प्यास बुझाना पड़ता है।
बजाग जनपद से सटे पड़रिया डोंगरी गांव में वर्ष 2009 में मुख्यमंत्री नल जल योजना के नाम पर पीएचई विभाग की ओर से करीब 50 लाख रुपए खर्च कर पानी टंकी का निर्माण व पाइपलाइन बिछाने का काम किया गया था, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि करीब 14 साल गुजर जाने के बाद इस नल जल योजना के तहत लोगों को एक बूंद पानी तक नसीब नहीं हो पाया है।
पानी टंकी का निर्माण और पाइपलाइन के नाम पर लाखों रुपए फूंकने के बाद पीएचई विभाग के अधिकारी सालों से ग्रामीणों को सिर्फ आश्वासन ही देते नजर आए और ग्रामीण भी पिछले 14 सालों से इंतजार करते-करते थक चुके हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधि लोकेश पटेरिया ने सारंगपुर व पड़रिया डोंगरी गांव में नल जल योजना के नाम पर पीएचई विभाग के अफसरों पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए हैं।
जिला पंचायत के अध्यक्ष रुदेश परस्ते ने सारंगपुर गांव में जल जीवन मिशन योजना में फर्जीवाड़ा व पड़रिया डोंगरी गांव में मुख्यमंत्री नलजल योजना में लापरवाही मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के बाद दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
तो वहीं पीएचई विभाग के एसडीओ विनोद कौशल ने कहा कि जिन योजनाओं का जिक्र कर रहे है, वो हमारे पोस्टिंग के पहले की है, वहां जल स्रोत सूखे पड़े है। अब नई कार्ययोजना बनाई गई थी, जिसकी स्वीकृति भी शासन से मिल चुकी है। तीन करोड़ की लागत से योजना तैयार की जाएगी, जिससे तीन गांव बजाग माल, बजाग रैयत और पडरिया डोंगरी गांव को नदी में फिल्टर प्लांट लगाकर पानी उपलब्ध कराया जाएगा।