शहर के गोविंदपुर में शनिवार रात शादी में शामिल होकर ओडिशा व कोंडागांव लौट रहे चार लोग अचानक नेशनल हाईवे 30 से गायब हो गए। सभी एक ही कार में सवार हैं। सभी के मोबाइल बंद बता रहे हैं। रविवार दोपहर तक जब इनकी कोई जानकारी नहीं मिली तो परिजन कांकेर थाना पहुंचे। लापता लोगों में ओडिशा के नायब तहसीलदार भी शामिल हैं। कार भी उन्हीं की है। चौंकाने वाली घटना के सामने आने के बाद से पुलिस भी सकते में है तथा चारों की तलाश कर रही है।
अपने आप में अलग तरह का मामला होने के कारण ये कहा जा सकता है कि दुर्घटना, लूट या फिर आपसी धोखे के बरमूडा ट्रैंगल में ये कार खाे चुकी है। पुलिस जांच के बाद ही असली वजह का पता चल सकेगा। 6 दिसंबर को नायब तहसीलदार सपन सरकार 56 साल निवासी उमरकोट ओडिशा अपनी पत्नी रीता सरकार 50 साल की बड़ी बहन रीना दत्ता निवासी गोविंदपुर कांकेर के बेटे की शादी में आए थे। वे कांकेर से बैतूल बारात में भी गए थे। 10 दिसंबर को गोविंदपुर में रिसेप्शन में शामिल हुए।
साेने का हार पहना था महिला ने, लूट की भी आशंका
अचानक
चार लोगों के लापता होने को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। पुलिस
सभी एंगल को ध्यान में रख जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में सड़क हादसे की
आशंका को लेकर जांच की गई, लेकिन कोंडागांव व उमरकोट तक कहीं भी दुर्घटना
या क्षतिग्रस्त वाहन नहीं मिला। रास्ते में भी वाहन नहीं मिला। जांच में यह
बात सामने आई कि महिला करीब 3 लाख रुपए के जेवर पहनी है। इसके अलावा करीब
20 हजार नगदी है। लूट की आशंका को लेकर भी जांच की जा रही है। शादी में
उनके बाद निकलने वाले लोग व इलाके के कौन-कौन शादी में शामिल हुए इसकी भी
जानकारी जुटाई जा रही है।
सभी का मोबाइल रात 11 बजे से बंद
लापता
चारों का मोबाइल रात 11 बजे से जंगलवार काॅलेज के निकट टावर से बंद बता
रहा है। रविवार दोपहर जब बुजुर्ग हजारी लाल ढाली की पुत्री जयंती बोस ने
रीता सरकार के मोबाइल पर काॅल किया तो तीन बार घंटी बजने के बाद मोबाइल बंद
हो गया।
सीसीटीवी कैमरा और लोकेशन की कर रहे जांच
मामला
सामने आने के बाद लापता लोगों की तलाश करने टीम गठित की गई है। टीम कांकेर
से कोंडागांव तक के हाईवे व अन्य रास्तों में लगे सीसीटीवी कैमरों के
फुटेज से कार की जांच कर रही है। लापता लोगों के मोबाइल लोकेशन भी ट्रेस
किए जा रहे हैं।
आखिर कहां गायब हो गए चार लोग? इस चौंकाने वाली घटना से कई सवाल पैदा हो रहे हैं। आशंका है कहीं कोई मजाक तो नहीं है। इसके बाद लापता लोगों की उम्र को देख इसे मजाक मानने से इंकार कर दिया गया। लूट की आशंका भी इसलिए खारिज की जा रही है कि आखिर घटना के बाद अब तक वे सामने क्यों नहीं आए? हादसे को लेकर इसलिए इंकार किया जा रहा है कहीं भी वाहन नहीं दिखा। रास्ता भटकने से भी इंकार किया जा रहा है।