नई दिल्ली: इंटरनेशनल क्रिकेट में जब भी कोई खिलाड़ी अपना पहला मैच खेलता है तो उसके दिमाग एक साथ कई तरह की बातें चल रही होती है। डर, घबराहट और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद के साथ जब खिलाड़ी मैदान पर उतरता है वह अपना सब कुछ झोंक देना चाहता है लेकिन क्या हो जब टीम का कप्तान ही डेब्यू करने वाले प्लेयर से एक ऐसा मजाक कर बैठे जिसके कारण वह पूरी रात सो ही नहीं पाए और अगली सुबह उसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रेट ली, ग्लेन मैक्ग्रा और जेसन गिलेस्पी जैसे बेरहम गेंदबाजों का सामना करना हो।
ऐसा ही कुछ हुआ था भारत के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह के साथ। युवराज ने साल 2000 में टीम इंडिया के लिए सौरव गांगुली की कप्तानी में अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज किया था। डेब्यू से ठीक एक दिन पहले सौरव गांगुली ने युवराज सिंह से मैच में ओपनिंग करने की बात कही। यह सुनकर युवराज सिंह घबरा गए। इंटरनेशनल लेवल पर पहला मैच और उसमें भी ओपनिंग यह सुनकर युवी पूरी तरह परेशान हो गए।
बता दें कि उस मैच में युवराज सिंह ने 84 रनों की बेहतरीन पारी खेली। हालांकि उन्हें 37 रन पर एक जीवनदान भी मिला था। नैरोबी में खेले गए इस मैच में भारतीय टीम ने 265 रन का स्कोर खड़ा किया था, जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत की तिकड़ी जहीर खान, अजीत अगरकर और वेंकटेश प्रसाद के आगे 245 रन ही बना सकी। आईसीसी नॉकआउट का यह क्वार्टर फाइनल मैच था और इस जीत के साथ टीम इंडिया सेमीफाइनल में पहुंच गई। सेमीफाइनल में टीम इंडिया का सामना साउथ अफ्रीका के साथ हुआ। इस बाधा को पार कर टीम इंडिया फाइनल में पहुंची लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ उसे हार का सामना करना पड़ा।
टीम इंडिया के लिए युवराज सिंह का करियर
भारत के एक दशक से भी अधिक समय तक क्रिकेट खेलने वाले युवराज सिंह का करियर काफी शानदार रहा। वह टीम इंडिया के लिए 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 टी20 मैचों में मैदान पर उतरे। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 1900 रन बनाए जबकि वनडे में उनके नाम 8701 रन दर्ज है जिसमें 14 शतक और 52 अर्धशतक भी शामिल है। वहीं टी20 फॉर्मेट में उन्होंने 1177 रन बनाए।