नई दिल्ली: नवरात्रे की शुरुआत कल मतलब बुधवार से ही हो गई है। कल यानी शुक्रवार से रमजान (Ramadan 2023) भी शुरू हो रहा है। इस दौरान चाहे हिंदू हो या मुस्लिम, अधिकतर व्यक्ति उपवास पर रहते हैं। ऐसे में फलों की बिक्री बढ़ जाती है। फलों में भी केला सबसे ज्यादा बिकता है क्योंकि यह एक तो सस्ता होता है। दुसरा, इसमें भरपूर पोषण भी होता है। इसलिए उपवास करने वाले केला खा कर भी दिन गुजार देते हैं। लेकिन इस बार इनके लिए केला दुर्लभ हो रहा है। पिछले साल इस समय 50 से 60 रुपये दर्जन मिलने वाला केला 100 से 110 रुपये दर्जन बिक रहा है। केले के कारोबारी बताते हैं कि इस बार भुसावल (Bhusaval) में ही केले की फसल खराब हो गई है। इसलिए वहीं से केला महंगा हा रहा है।
थोक मंडी के क्या है केले का भाव
दिल्ली एनसीआर में केले की थोक मंडी दिल्ली के आजादपुर में है। वहां मालगाड़ी में भरकर हरा केला भुसावल से आता है। वहीं केले को पकाया जाता है। और दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) के मंडियों में ट्रकों के जरिए भेजा जाता है। पिछले साल इस समय आजादपुर मंडी में केले का भाव 500 से 700 रुपये प्रति क्विंटल तक रहता था। लेकिन इस साल थोक बाजारों में ही केले का भाव औसतन 2,000 से 3,500 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। जिन मंडियों में केले की आमद कम है, वहां इसके भाव 3,500 से 5,000 रुपये तक चले गए हैं।
क्यों महंगा हुआ है केला
केला कारोबारियों का कहना है कि इस बार महाराष्ट्र, खास कर भुसावल के आसपास बेमौसम की बारिश खूब हुई। वहां ही केले की खूब खेती होती है। बारिश की वजह से केले की फसल बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। जब केले की खड़ी फसल बर्बाद हुई है और बाजार में इसकी आवक घट गई। बाजार में केले की आवक तो घटी लेकिन डिमांड में कोई कमी नहीं दिखी। इसलिए इसके दाम में खूब बढ़ोतरी हो गई। इसके साथ ही भुसावल में केले की फसल में सीएमवी (ककड़ी मोजेक वायरस) और करपा रोग के प्रकोप की भी खबर है। इससे भी फसल को काफी नुकसान हुआ है। इससे उत्तर भारत की मंडियों में केले की आवक तेजी से घटी है। इस कारण केले के दाम बढ़े हैं।
किसानों को हुआ है लाभ
केले के फसल में हुए नुकसान के बाद केला कारोबार की स्थिति बदल गई है। केला उगाने वाले किसान पहले व्यापारियों को फोन करके खरीदने की गुहार लगाते थे। लेकिन अब स्थिति बदल गई है। केला के व्यापारी अब इसे खरीदने के लिए सीधे किसानों के खेत में जा रहे हैं। इस समय केला एक्सपोर्ट भी खूब हो रहा है। चूंकि भुसावल का केला बेहतर क्वालिटी का माना जाता है। इसलिए एक्सपोर्ट में इसी की मांग रहती है।
फिलहाल दाम में कमी के आसार नहीं
केला कारोबारी कहते हैं कि अगले कुछ महीने तक इसके दाम में कमी होने के आसार नहीं हैं। कल से रमजान शुरू हो रहा है। यह एक महीना चलेगा। उसके बाद उत्तर भारत में प्रचंड गर्मी का दौर शुरू होगा। गर्मी के मौसम में वैसे ही केला महंगा रहता है। इस दौरान महाराष्ट्र में भी गर्मी बढ़ जाती है। इससे फसल के उत्पादन पर प्रभाव पड़ता है।