झांसीः उत्तर प्रदेश के झांसी में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में शादी के मामले में फर्जीवाड़ा सामने आया है. सामूहिक विवाह समारोह में एक शादी ऐसी हुई जिसने समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों पर सवाल खड़ा कर दिया. विवाह समारोह मे जब दुल्हा नहीं आया तो इस पर सामूहिक विवाह का आयोजन करने वाले अधिकारियों ने दूल्हे की जगह दूल्हे के जीजा के साथ लड़की की शादी करवा दी. जैसे ही यह मामला चर्चा में आया इसके बाद समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया. मामले की जांच के लिए अधिकारियों की गाड़ियां लड़की की घर की तरफ दौड़ पड़ी.
अब जब इस फर्जीवाड़े की पोल खुल गई है. शादी के तुरंत बाद दुल्हन मांग में भरा सिंदूर खुद पोंछती नजर आई. बाद में जब दूल्हा व दुल्हन से अलग-अलग बात की गयी तो उन्होंने इस बात को स्वीकार किया. दुल्हन के जीजा तथा कथित दूल्हे ने बताया की दुल्हन का जोड़ा नहीं आया था. इसपर समाज कल्याण विभाग के किसी अधिकारी के कहने पर लड़की का जीजा दुल्हा बनकर बैठ गया था. शादी पूरी रस्म अदायगी के साथ करवा दी गई.
वहीं समाज कल्याण अधिकारी ललिता यादव ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है, जांच कराई जायेगी. सूत्र बताते हैं कि मामले के तूल पकड़ने के बाद विभागीय अधिकारियों ने जांच करने की बात कहकर ग्राम बामोर की और दौड़ लगा दी. बताया जा रहा है की जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मामले का खुलासा तब हुआ जब शादी समारोह में आये एक जोड़े पर नजर पड़ी तो मामला कुछ संदिग्ध दिखाई दिया.
छानबीन में पता चला कि झांसी के बामोर की रहने वाली दुल्हन ख़ुशी की शादी छतरपुर मध्यप्रदेश के बृषभान के साथ तय हुई थी. समारोह में उनका रजिस्ट्रेशन नंबर 36 था. जब दुल्हन को पता चला कि उसकी शादी उसके जीजा से ही करवा दी गई है. इसके बाद ख़ुशी ने फेरे लेते ही मांग से सिंदूर व बिंदी पोंछ डाली. वहीं दूल्हे बृषभान से जब बात की गयी तो उसने कबूल किया कि असल में उसका नाम दिनेश है और वह छतरपुर नहीं बल्कि बामोर का ही रहने वाला है. उसने बताया कि बृषभान से शादी होनी थी लेकिन वह नहीं आया तो विभाग के ही कुछ लोगों के कहने पर वह बृषभान की जगह दूल्हा बन गया. उसने यह भी बताया कि वह पहले से शादीशुदा है और ख़ुशी का रिश्ते में जीजा लगता है.