पीएम मोदी ने की हाई लेवल मीटिंग
युद्ध प्रभावित इलाके में सुपर हरक्यूलिस सैन्य परिवहन विमान को तैनात करने के भारत के फैसले के बाद शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी की उच्च स्तरीय बैठक हुई, जिसमें उन्होंने अधिकारियों से आकस्मिक निकासी योजना तैयार करने को कहा। भारत ने अफगानिस्तान से निकासी के लिए पहले भी C-130J का इस्तेमाल किया था। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘सूडान में फंसे भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। हम उन भारतीयों की सुरक्षित आवाजाही के लिए विभिन्न भागीदारों के साथ भी निकटता से समन्वय कर रहे हैं, जो सूडान में फंसे हुए हैं और उन्हें निकालना चाहते हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा, हम सूडानी अधिकारियों के अलावा, भारत संयुक्त राष्ट्र, सऊदी के भी संपर्क में है।
बाहरी देशों के विमानों के लिए बंद है हवाई क्षेत्र
मंत्रालय ने बताया कि सूडान में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए वायु और जल मार्ग दोनों विकल्प उपलब्ध करवाए गए हैं। हालांकि जमीनी आवाजाही सुरक्षा स्थिति पर निर्भर है। फिलहाल वायु सेना के दो C-130J विमान सऊदी अरब के जेद्दा में स्टैंडबाय पर तैनात हैं और आईएनएस सुमेधा सूडान पोर्ट पहुंच गया है। सूडान का हवाई क्षेत्र वर्तमान में सभी विदेशी विमानों के लिए बंद है।
विदेश मंत्रालय अलर्ट मोड पर
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत सुरक्षा स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। सूडान में भारतीय दूतावास यहां फंसे भारतीयों के नियमित संपर्क में है। मंत्रालय की लोगों को सुरक्षित रूप से आवाजाही करने और अनावश्यक जोखिम से बचने की सलाह दी गई है। सूडानी अधिकारियों के अलावा, विदेश मंत्रालय संयुक्त राष्ट्र, सऊदी अरब, यूएई, मिस्र और अमेरिका से भी नियमित संपर्क में हैं। इस बीच, सऊदी अरब द्वारा निकाले गए 66 लोगों में कुछ भारतीय नागरिक भी शामिल हैं।