।। मिथ्या जाए न देव ऋषि वाणी।इनके दर्शन होत कटे दुःख क्लेशों की झाड़ी ।।
प्रयागराज। ऋषि एवं सच्चे सन्त का जहाँ पदचिन्ह पड़ जाता है वह स्थान स्वर्ग हो जाता है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने अपने प्रियजनों से मुर्तिहा दह माण्डा खास प्रयागराज में कही। संज्ञानित कराते चले कि स्वामी अड़गड़ानन्द महराज सक्तेशगढ़ चुनार मिर्जापुर के तत्वावधान में मुर्तिहा दह माण्डा खास प्रयागराज में एक श्री माण्डव ऋषि धाम का नवनिर्माण कराया जा रहा है जिसमें स्वामी अड़गड़ानन्द महराज के पवित्र आश्रम सक्तेशगढ़ से उनके अनन्य शिष्यों द्वारा यथार्थ गीता का प्रवचन दिनांक 05.10.2024 दिन शनिवार से आरम्भ हुआ एवं पूर्ण आहूति 06.10.2024 दिन रविवार को विशाल भण्डारे के साथ समापन हुआ। इस कार्यक्रम में बहुत से सन्तजनों एवं आस पास के श्रद्धालुजनों का जमावड़ा लगा रहा।पूरा जंगल ही मंगल में बदल गया।इसी कार्यक्रम में किसी विशिष्ट सन्तजन द्वारा जिला मंत्री को भी आमंत्रित किया गया था।जिला मंत्री का पिछला जीवन आध्यात्म जगत से ही जुड़ा रहा है जिस कारण जिला मंत्री धार्मिक कार्यों को बहुत महत्व देते हैं।जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि ऋषि एवं सच्चे सन्त जहां भी पदचिन्ह पड़ जाता है वह स्थान स्वर्ग हो जाता है।ऋषि एवं सच्चे सन्त का दर्शन बड़े ही सौभाग्य से होता है।ईश्वर सदैव भक्त के वश में रहते हैं इसीलिए कहा गया है कि मिथ्या जाए न देव ऋषि वाणी,इनके दर्शन होत कटे दुःख क्लेशों की झाड़ी।इस अवसर पर उपस्थिति आचार्य प्रकाशानन्द महराज ने कहा कि जिला मंत्री की ही देन है जो आज दिव्य सन्तों का दर्शन एवं विशाल भण्डारे का प्रसाद पाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।इस आध्यात्मिक परिचर्चा के दौरान वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण राज सिंह,शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय,शिक्षाविद राम प्रसाद पटेल,शिक्षाविद जोखू लाल पटेल एवं अजय कुमार विश्वकर्मा सहित आस पास बहुतायत श्रद्धालुजन उपस्थित रहे।