राउरकेला: एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप के पहले मैच में भारत ने स्पेन को 2-0 से हराकर धमाकेदार शुरुआत की है। टीम इंडिया के लिए इस मैच में सबसे पहला गोल भारत के लिए अमित रोहिदास ने किया। अमित ने खेल के पहले क्वार्टर के 12वें मिनट में ही पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर भारत को 1-0 से आगे आगे कर दिया। इसके बाद रही सही कसर हार्दिक सिंह ने पूरी कर दी। मैच का दूसरा हार्दिक सिंह के नाम रहा जिन्होंने दूसरे क्वार्टर के 26वें मिनट में दागा। ऐसे में आइए जानते हैं टीम इंडिया को विश्व कप के पहले मैच में जीत दिलाने वाले अमित और हार्दिक सिंह के बारे में।
जबांज डिफेंडर हैं अमित रोहिदास
हरमनप्रीत की कप्तानी में विश्व खेलने उतरी भारतीय टीम में अमित रोहिदास उप कप्तान हैं। अमित को लेकर इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि टीम में उनका कितना बड़ा कद है। अमित भारतीय हॉकी टीम के एक शानदार डिफेंडर हैं। अमित रोहिदास ने साल 2013 में भारत के सीनियर टीम में डेब्यू किया था। उसके बाद से वे लगातार अपने खेल से सबको प्रभावित किया है। अमित रोहिदास भारतीय हॉकी टीम में डिफेंडर के मजबूत स्तंभ बन गए हैं।
अमित रोहिदास ओडिशा के सुंदरगढ़ से आते हैं जहां भारत के दिग्गज खिलाड़ी दिलीप तिर्की हैं। उन्हीं को देखकर रोहित ने हॉकी शुरुआत की थी। 11 साल की उम्र में अमित ने हॉकी में अपनी प्रतिभा को निखारने की शुरुआत की। लगातार कड़ी मेहनत का नतीजा आया और उनका चयन 2009 में जूनियर नेशनल एशिया कप की टीम में हुआ। एशिया कप म्यांमार में खेला गया था और इस यहां उन्हें उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया। इसके बाद उन्हें 2013 में उन्हें अंडर 21 टीम में शामिल किया गया और यहां से उन्होंने सीनियर टीम में अपनी जगह बनाई।
सीनियर टीम में डेब्यू के बाद उनका खेल धारदार नहीं रहा और इस बीच वह टीम कई दफा बाहर भी रहे। इसके बाद उन्हें 2017 में एक बड़ा मौका मिला। इसके बाद से वह लगातार अपने प्रदर्शन में सुधार करते रहे और अपने ओलिंपिक डेब्यू में ही ब्रॉन्ज मेडलिस्ट टीम के सदस्य बनने का गौरव हासिल किया।
भारत के लिए पहला विश्व कप खेल रहे हैं हार्दिक
24 साल के हार्दिक भारत के लिए अपना पहला विश्व कप खेल रहे हैं। इससे पहले वह भारत के लिए टोक्यो ओलिंपिक में बड़े टूर्नामेंट में हिस्सा लिए थे। हार्दिक एक ऐसी जगह से आते हैं जहां मिट्टी में ही हॉकी खुशबू बसती है। एक समय ऐसा भी था कि जब हार्दिक ने हॉकी को छोड़ने का फैसला कर लिया था लेकिन उन्होंने अपने करीबी रिश्तेदार और पूर्व ड्रैग फील्डर जुगराज सिंह की बात मानते हुए उन्होंने इस खेल में बने रहने का फैसला किया।
हार्दिक जन्म पंजाब के जालंधर में खुसरोपुर गांव में हुआ है और यहां हॉकी खूब प्रचलित है। यही कारण है कि हार्दिक अपनी कड़ी मेहनत और लगन से आज भारत के विश्व कप टीम में हैं। ऐसे में जिस तरह से उन्होंने शुरुआती मैच में स्पेन के खिलाफ टीम के लिए गोल किया है, उम्मीद की जा सकती है कि वह आगे मैचों में भी भारत के लिए कारगार होंगे।
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