जिला अस्पताल का एक वायरल वीडियो संसाधनों के दुरूपयोग की दास्तान कह रहा,अक्सर मरीज़ों के लिए भले स्ट्रेचर अनुपलब्ध रहता हो लेकिन जिला अस्पताल में इससे ईंट ढोया जा रहा
रायबरेली। जिला अस्पताल का एक वायरल वीडियो संसाधनों के दुरूपयोग की दास्तान कह रहा है। यहां अक्सर मरीज़ों के लिए भले स्ट्रेचर अनुपलब्ध रहता हो लेकिन इसे ईंट ढोते आप यहां देख सकते हैं। अस्पताल परिसर के अंदर जहाँ ओपीडी वाले सैकड़ों मरीज़ बैठे हैं वहीं से इस पर ईंट लादकर ले जाते आप भी देख सकते हैं। इस मामले में कार्यवाहक सीएमएस डॉक्टर प्रदीप अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि स्ट्रेचर कंडम है जिसे मरीज़ ढोने के काम में नहीं लिया जा रहा था। उसी स्ट्रेचर का ईंट ढोने में इस्तेमाल किया गया है। जांच के बाद पत्राचार में भी यही जवाब दिया जाएगा लेकिन हकीकत यह है कि ईंट ढोने वाला स्ट्रेचर जितना तस्वीरों में दिख रहा है उसके आधार पर न तो इसकी एक भी पहिया टूटी हैं और न ही मरीज़ को लिटाये जाने वाला स्थान यानि इसका टॉप सड़ा गला दिखाई दे रहा है। दरअसल दिया गया जवाब खुद जांच के दायरे में है कि ठीक ठाक काम कर रहे स्ट्रेचर को कंडम क्यों घोषित किया गया।





