मनु भाकर ने पैरिस ओलिंपिक में दो ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया था. उनकी इस कामयाबी के लि उनके कोच जसपाल राणा की भी खूब सराहना हुई. हालांकि, इस सफलता के बाद उनकी मां ने एक और डिमांड सामने रख दी है. वो चाहती हैं कि उनकी बेटी के नाम के आगे ‘डॉक्टर’ लगे. इसलिए मनु भाकर जमकर पढ़ाई कर रही हैं. इसका खुलासा उन्होंने दिल्ली स्टेट राइफल एसोसिएशन के एक सम्मान समारोह में किया. उन्होंने इस कार्यक्रम में बताया कि वो वो पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन कर चुकी और भविष्य में पीएचडी करना चाहती हैं.
मां के लिए करना चाहती हैं पीएचडी
डीएसआरए ने मनु भाकर और जसपाल राणा की सफलता के साथ पैरालंपिक के शूटर्स के सम्मान में डिनर होस्ट किया था. इस दौरान एथलीट्स को सम्मानित भी किया गया. इस कार्यक्रम में मनु भाकर ने कहा कि ‘शूटिंग से ब्रेक पर हैं, कुछ महीने के ब्रेक के बाद वो फिर से शूटिंग रेंज पर वापसी करेंगी. फिर अगले ओलिंपिक की तैयारी शुरू करेंगी. उन्होंने आगे बताया कि वो पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन कर चुकी हैं. आगे और पढ़ाई जारी रखना चाहती हैं, क्योंकि उन्हें पीएचड करनी है.
मनु ने कहा कि ‘मेरी माँ चाहती हैं कि मेरे नाम के आगे डॉक्टर लगे.’ उन्होंने इस मौके पर डीएसआरए का भी आभार जताया. मनु ने कहा कि ओलंपिक में उनकी कामयाबी का सफर कोच जसपाल राणा के बिना मुमकिन नहीं हो सकता था. जसपाल राणा के निरंतर प्रोत्साहन और उनके परिवार के सपोर्ट से ही उन्हें प्रेरणा और मजबूती मिली. मनु ने इस सफर के दौरान अपने साथियों के सपोर्ट के लिए भी धन्यवाद दिया.
जसपाल राणा ने मांगी मदद
कोच जसपाल राणा भी इस समारोह में मौजूद थे. उन्होंने मनु भाकर की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि ‘मनु की कामयाबी को पूरे देश ने सराहा है, बतौर कोच ये मेरे लिए खुशी और गर्व की बात है. इस कामयाबी के पीछे कड़ी मेहनत है.’ दिल्ली स्टेट राइफल एसोसिएशन के चेयरमैन जसपाल राणा ने अपने सामर्थ्य के मुताबिक देश के युवा टैलेंट को आगे लाने की कोशिश जारी रखने की बात कही. उन्होंने इसके लिए भरपूर मौका और हर संभव सपोर्ट दिए जाने की मांग की.