रायपुर में फिर से अनुकंपा नियुक्ति संघ की महिलाओं ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया है। शुक्रवार को महिलाएं बूढ़ातालाब धरना स्थल से गणेश मंदिर तक दंडवत पहुंची थीं। इसके बाद उन्होंने वहां पूजा पाठ किया है और सरकार के सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना की है।
शुक्रवार को शाम 5 बजे के आस-पास महिलाएं हाथों में नारियल फूल और अगरबत्ती लेकर धरनास्थल से निकलीं। मगर लोग तब हैरान हुए, जब ये पूरे रोड दंडवत होते हुए मंदिर तक गईं। लोग रुक कर भी मामले को समझने की कोशिश करते दिखे। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं थी।
दरअसल, ये सभी महिलाएं प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आईं है और रायपुर में आंदोलन कर रही हैं। ये सभी पंचायत स्तर के उन शिक्षकों की पत्नियां हैं जिनकी हादसे या बीमारी की वजह से मौत हो गई। इनका कहना है कि सरकारी नौकरी में कमाने वाले व्यक्ति की मौत के बाद परिवार के किसी एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति का नियम होता है। मगर हमें आज तक नहीं मिला है। जिसके चलते कई दिनों से अनुकंपा नियुक्ति संघ के बैनर तले महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। इसके पहले यही महिलाएं मंत्रेी रविंद्र चौबे के घर कटोरा लेकर पहुंच गई थीं।
प्रदर्शन के बाद संघ की प्रदेश अध्यक्ष माधुरी मृघे ने कहा भगवान गणेश जी बहुत दयावान हैं। वे हम पर दया करेंगे। साथ ही सत्ता में बैठे लोगों को सद्बुद्धि प्रदान करेंगे। यहां हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। छत्तीसगढ़ राज्य की विधवा बहू बेटियां पिछले 52 दिनों से सड़कों में बैठने के लिए मजबूर हैं। महिलाओं से मिलने समय-समय पर पक्ष और विपक्ष दोनों के नेता पहुंच चुके हैं। पिछले सप्ताह मंत्री टीएस सिंहदेव ने धरना स्थल पर जाकर इन महिलाओं से मुलाकात की और इन्हें आश्वासन दिया था। इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल भी इन महिलाओं से मुलाकात कर चुके हैं।