नई दिल्ली: रेलयात्रियों के लिए गुड न्यूज है। वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat) ट्रेनों की शानदार सफलता को देखते हुए अब इसका दायरा बढ़ाने की तैयारी में है। अब तक इस ट्रेन को शताब्दी के रूट पर चलाया जा रहा है। लेकिन रेलवे ने अब इंट्रासिटी (intracity) और इंटरसिटी (intercity) रूट्स पर भी ऐसी ट्रेनों को चलाने की योजना बनाई है। इसके तहत मुंबई की लोकल रेलवे के तर्ज पर वंदे रैपिड मेट्रो (Vande Rapid Metro) चलाई जाएगी। इसमें मेट्रो की तरह आठ डिब्बे होंगे। इसी तरह इंटरसिटी के लिए वंदे मेट्रो रीजनल (Vande Metro Regional) ट्रेन चलाई जाएगी। इसमें 12 डिब्बे होंगे। इन ट्रेनों को ऑन डिमांड चलाया जाएगा। इंटरसिटी रूट्स पर चलने वाली वंदे ट्रेनों को यूरोप की तर्ज पर 30 से 45 मिनट के अंतराल पर चलाया जाएगा। दोनों तरह की ट्रेनें पूरी तरह एयरकंडीशंड होंगी और इन्हें ट्रैफिक की डिमांड को देखते हुए चलाया जाएगा।
कितनी होगी रफ्तार
वंदे मेट्रो रैपिड की अधिकतम क्षमता 90 किमी प्रति घंटे होगी जबकि वंदे मेट्रो रीजनल की रफ्तार 130 किमी प्रति घंटे होगी। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि पहले चरण में करीब 600 वंदे मेट्रो कोचेज तैयार की जाएंगी। देश में अभी आठ वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं। ऐसी पहली ट्रेन नई दिल्ली से बनारस के बीच चलाई गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ऐसी दो और ट्रेनों को हरी झंडी दिखा सकते हैं। ये ट्रेनें मुंबई से साईनगर शिरडी (Sainagar Shirdi) और सोलापुर (Solapur) के लिए चलाई जा सकती हैं।