वॉशिंगटन: कंगाली से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए अमेरिका से बहुत बुरी खबर आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने विश्व बैंक की कमान भारतीय मूल के अजय सिंह बंगा के हाथ में सौंप दी है। यह पद इतना महत्वपूर्ण है कि अजय सिंह बंगा की नियुक्ति का ऐलान खुद राष्ट्रपति बाइडेन ने किया। अजय सिंह बंगा पहले भारतीय मूल के नागरिक होंगे, जो वर्ल्ड बैंक की कमान संभालेंगे। इस समय विश्व बैंक के चीफ इकोनॉमिस्ट का पद भी भारतीय नागरिक इंदरमीत गिल के पास है। इससे पहले कौशिक बसु चीफ इकोनॉमिस्ट रह चुके हैं। अजय सिंह बंगा की नियुक्ति को जल्द ही विश्व बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से मंजूरी मिल सकती है, जो एक औपचारिक प्रक्रिया मात्र है।
कंगाली से जूझ रहा है पाकिस्तान
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था कंगाली से जूझ रही है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड निचले स्तर पर है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 3.7 मिलियन डॉलर है, जो चंद हफ्ते के आयात के लिए भी कम है। पाकिस्तान ने पहले वर्ल्ड बैंक से कर्ज के लिए संपर्क किया था, लेकिन उसे निराशा हाथ लगी थी। इसके बाद पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की ओर रूख किया। हालांकि उसे आईएमएफ से पॉजिटिव रिस्पांस मिला और दोनों ही पक्षों के बीच बातचीत शुरू हो गई। आईएमएफ ने पाकिस्तान के सामने इतनी कठिन शर्तें रखी हैं कि उसको पूरा करना काफी मुश्किल साबित हो रहा है।
पाकिस्तान पर वर्ल्ड बैंक का अरबों रुपये का कर्ज
पाकिस्तान पर वर्ल्ड बैंक का अरबों रुपये का कर्ज है। पाकिस्तान को हाल में जो किश्तें चुकानी है, उसमें वर्ल्ड बैंक का बड़ा हिस्सा है। ऐसे में पाकिस्तान की चाहत इस पुराने कर्ज को फिर से रिकंस्ट्रक्ट करवाने की है। अब उस संस्था के शीर्ष पर भारतीय मूल के व्यक्ति को बैठा देख पाकिस्तान की धड़कने जरूर बढ़ जाएगी। हालांकि, इतनी बड़ी संस्थान का प्रमुख नियम और कायदे-कानूनों के हिसाब से ही फैसला करता है। पाकिस्तान अगर कर्ज की किश्त नहीं चुका पाया और दिवालिया घोषित हो गया, तब वर्ल्ड बैंक कड़े फैसले कर सकता है।