वियना: यूक्रेन युद्ध के बीच ऑस्ट्रिया के दौरे पर पहुंचे भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस से सस्ता तेल खरीदने पर अपने जोरदार तर्कों और इतिहास के तथ्यों की याद दिलाकर यूरोपीय और पश्चिमी देशों का मुंह बंद कर दिया। भारतीय विदेश मंत्री ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि यूरोप ने भारत के मुकाबले 6 गुना अधिक तेल रूस से खरीदा। जयशंकर ने यूरोपीय देशों और भारतीय जनता की आय की तुलना करते हुए कहा कि भारत की 1 अरब 40 करोड़ की आबादी के पास इतना पैसा नहीं है कि वह महंगा तेल खरीद सके। जयशंकर के इस बयान की दुनियाभर में जमकर तारीफ हो रही है। नीदरलैंड के भारत में राजदूत रह चुके फोंस स्टोइलिंगा ने कहा कि जयशंकर आपने पश्चिमी देशों को इतिहास और अर्थव्यवस्था सीखा दिया।
जयशंकर ने सोमवार को ऑस्ट्रिया के राष्ट्रीय प्रसारक ओआरएफ को दिए एक साक्षात्कार के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘यूरोप अपने आयात को आरामदायक तरीके से कम करने में कामयाब रहा है। अगर 60,000 यूरो (प्रति व्यक्ति आय) पर, आप अपनी जनसंख्या के बारे में इतनी परवाह कर रहे हैं, तो मेरे यहां 2,000 अमेरिकी डॉलर की आय वाली आबादी है। मुझे भी ऊर्जा की आवश्यकता है, और मैं इस स्थिति में नहीं हूं कि मैं तेल के लिए ऊंची कीमत चुका सकूं।’ जयशंकर ने यह भी कहा कि फरवरी 2022 से यूरोप ने भारत की तुलना में रूस से छह गुना अधिक ऊर्जा का आयात किया है।