यदुवंशी जादौन समाज ने की नरी सेमरी देवी मां की लठ्ठों से पूजा।
अनोखी लठ्ठ पूजा को देख हैरान हुए श्रद्धालु।
छाता क्षेत्र के गांव नरी सेमरी स्थित मंदिर में विराजमान देवी मां की लट्ठ पूजा यदुवंशी जादौंन समाज के द्वारा की गई
चैत्र नवरात्रि में मथुरा के नरी सेमरी स्थित देवी माता मंदिर पर दस दिवसीय मेले का आयोजन किया जा रहा है। रविवार को दोपहर बाद नवमी तिथि को मंदिर में विराजमान देवी मां की यदुवंश जादौन समाज के हजारों लोगों ने मंदिर पहुंच कर डीजे, बाजे, घोड़ा ,घोड़ी व हाथों में लाठी ,डंडा, फरसा, बल्लम, ध्वजा द्वारा शौर्य प्रदर्शन करते हुए लठ्ठ पूजा की। अनोखी लाट पूजा को देख श्रद्धालु अचम्भित रह गए, वहीं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोतवाली प्रभारी विनोद बाबू मिश्रा, मेला प्रभारी अमित चौहान,केडी चौकी इंचार्ज महेंद्र सिंह भदौरिया व प्रशासनिक अधिकारी मुस्तैद रहे।
आपको बता दे मथुरा जिले में भी मां की उपासना पारंपरिक तरीके से की जाती है, मथुरा के सेमरी देवी मंदिर की अनोखी परंपरा है, जिसे देखकर आप भी आश्चर्यचकित हो जाएंगे यहां पर यदुवंशी जादौन समाज के द्वारा लाठियां वर्षा कर देवी मां को प्रसन्न किया जाता है ,वह शौर्य प्रदर्शन किया जाता है, रविवार को नरी,सांखी, अलवाई , रहेड़ा गांव के हजारों लोगों ने रस्म निभाई ।
ऐसी मान्यता है कि रामनवमी के दिन सिसोदिया और यदुवंशी जादौन ठाकुरों के बीच देवी मां की प्रतिमा को ले जाने को लेकर भीषण संघर्ष हुआ था, देवी मैया के आशीर्वाद से यदुवंशी समाज ने सिसोदिया समाज को हरा दिया, उसी समय से यदुवंशी समाज के लोग रामनवमी के दिन देवी मां के मंदिर में लाठियां वर्षा कर पूजा की रस्मों को निभाते आ रहे हैं।
वही डॉ राजवीर सिंह ने बताया कि गांव के हजारों की संख्या में लोग सज धज का डीजे बाजे पर गाते हुए झूला वाले की जय, देवी मैया की जय हाथों में लाठियां लेकर देवी मां के मंदिर में पूजा आरती करते हैं। इस दौरान पूरा मंदिर वातावरण गूंज मन हो गया।





