नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को राहुल गांधी से कहा कि वह ”ट्रोल” होने तक सीमित हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता को बेबुनियाद आरोप लगाने तथा मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने की जगह उनसे पूछे गए तीन सवालों का जवाब देना चाहिए। सिंधिया की यह टिप्पणी गांधी के उनका नाम अडाणी मामले से जोड़े जाने के बाद आई है।
‘स्पष्ट है कि आप ट्रोल होने तक सीमित हैं’
कभी गांधी के विश्वासपात्र रहे सिंधिया ने हाल के वर्षों में कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं पर गांधी की ओर से शनिवार को किए गए हमले के मद्देनजर पलटवार करते हुए कहा, ‘यह स्पष्ट है कि राहुल गांधी ट्रोल होने तक सीमित हैं।’ गांधी ने अडाणी के नाम के साथ नेताओं के नाम की एक तस्वीर ट्वीट करते हुए कहा था, ‘सच्चाई छुपाते हैं, इसलिए रोज़ भटकाते हैं! सवाल वही है – अडाणी की कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपये का बेनामी धन किसका है?’ राहुल ने अपने ट्वीट में गुलाम नबी आजाद, सिंधिया, हिमंत विश्व शर्मा, किरण कुमार रेड्डी और अनिल के. एंटनी के नामों का हवाला दिया था।
पलटवार करते हुए, सिंधिया ने पूछा कि गांधी पिछड़े वर्गों के बारे में अपनी "अपमानजनक" टिप्पणियों के लिए माफी क्यों नहीं मांगते? उन्होंने कहा कि इसके बजाय, वह कहते हैं कि वह वीर सावरकर नहीं हैं और माफी नहीं मांगेंगे। भाजपा नेता ने कहा, "एक देशभक्त का अपमान और इतना अहंकार।" उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने हमेशा अदालतों पर उंगली उठाई है और अब आप अपने स्वार्थ के लिए उन पर दबाव क्यों बना रहे हैं।’
सिंधिया ने गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘आपके लिए नियम अलग क्यों हों? क्या आप खुद को प्रथम श्रेणी का नागरिक मानते हैं? आप अहंकार में इतने डूबे हुए हो कि इन प्रश्नों का महत्व भी समझना आपकी समझ से परे है।’ गांधी के ट्वीट में उल्लिखित अन्य नेताओं ने भी उन पर हमला किया। शर्मा ने कहा कि वह कांग्रेस नेता के खिलाफ मानहानि का मामला दायर करेंगे।