नई दिल्ली। सरकार की ओर से पिछले कुछ वर्षों में वित्तीय सेवाओं को कुशल बनाने को लेकर विशेष ध्यान दिया गया है। सरकार की कोशिश रही है कि कम से कम लागत में अधिक से अधिक लोगों तक बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाना है। इसकी के लिए केंद्रीय बैंकों की ओर से ग्राहक सेवा केंद्र बढ़ावा दिया जा रहा है।
क्या है ग्राहक सेवा केंद्र?
वित्तीय समायोजन यानी वित्तीय सेवाओं की अंतिम व्यक्ति तक पहुंच को ध्यान में रखते हुए आरबीआई ने ग्राहक सेवा केंद्र को शुरु किया गया है। ये एक तरीके से बैंक की किसी छोटी ब्रांच की तरह कार्य कर करते हैं। इनकों खास तौर पर ग्रामीण इलाकों और छोटे कस्बों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। जहां बैंकिंग सुविधाएं कम होती हैं। ग्राहक सेवाओं केंद्रों का एक सबसे बड़ा फायदा यह है कि ग्राहकों को अपने घर से पास बैंकिंग सुविधाएं मिल जाती हैं।
ग्राहक सेवा केंद्रों पर क्या सुविधाएं मिलती हैं?
ग्राहक सेवा केंद्र बैंकिंग, बिल भुगतान, सरकारी योजनाओं में पंजीकरण आदि के लिए वन-स्टॉप सेंटर के रूप में कार्य करते हैं, जिससे ग्रामीण और छोटे शहरों में लोगों के लिए बैंकिंग सुविधाओं को आसानी से उपलब्ध कराया जा सके। सेव ग्रुप के एमडी, सीईओ और सह-संस्थापक, अजित कुमार सिंह के अनुसार ग्राहक सेवा केंद्रों पर लोगों को कई तरह की सुविधाएं दी जाती हैं।
बैंक खाता खोलने की सुविधा
जमा एवं निकासी की सुविधा
रुपे और आधार कार्ड से लेनदेन की सुविधा
सावधि जमा सुविधा
पासबुक प्रिंट की सुविधा
हैंडहेल्ड डिवाइस के जरिए डोर स्टेप बैंकिंग की सुविधा
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई) जैसी बीमा योजनाओं में पंजीकरण की सुविधा
अटल पेंशन योजना में नामांकन की सुविधा
छोटे लोन के लिए आवेदन करने की सुविधा
बता दें, सीएसपी बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच के मामले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच अंतर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इन केंद्रों के माध्यम से रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं और आर्थिक विकास को गति मिल रही है।