ड्रॉ से जुड़ी जानी-पहचानी आवाज को सुन कर उसे यकीन ही नहीं हुआ। शो के आयोजकों ने कहा कि वह एक बार फिर फोन कर उन्हें पुरस्कार जीतने की जानकारी देंगे। इसके अलावा भारतीय नागरिक सुरेश मथन ने 1 लाख दिरहम (22.38 लाख रुपए) का दूसरा पुरस्कार जीता। 27 मार्च को उन्होंने 018462 नंबर का टिकट खरीदा था। ओमान स्थित भारतीय नागरिक मोहम्मद शफीक ने 28 मार्च को लकी ड्रॉ का टिकट खरीदा था, जिसमें उन्होंने 90 हजार दिरहम (20 लाख रुपए) का तीसरा पुरस्कार जीता।
एक किग्रा सोना और रेंज रोवर जीता
इससे पहले फरवरी में एक भारतीय ने दूसरी बार अबू धाबी में लकी ड्रॉ जीता था। पहली बार उन्होंने दिसंबर में 1 किग्रा सोना जीता था। सुमन मुथैया नादर राघवन नाम के इस शख्स की फरवरी में दूसरी बार किस्मत तब खुली जब उन्होंने एक कार जीती। ड्रीम कार रैफेल ड्रॉ के दौरान उन्होंने रेंज रोवर कार जीता था। राघवन पिछले एक वर्ष से टिकट खरीद रहे थे। उन्होंने कहा था कि कार को वह बेच कर पैसा अपने घर वापस भेजेंगे। वहीं सोना जीतने पर कहा था कि वह अपनी जुड़वा बेटियों के भविष्य के लिए इसे निवेश करेंगे।
फोन आया तो लगा कोई मजाक कर रहा है
शारजाह में रहने वाले एक अन्य भारतीय ने फरवरी में बिग टिकट अबू धाबी रैफेल ड्रॉ में 1 करोड़ दिरहम लगभग 22 करोड़ रुपए जीते थे। पंजाब के रहने वाले गुरप्रीत सिंह ने 067757 नंबर का टिकट 12 अगस्त को खरीदा था। 35 साल के गुरप्रीत पिछले 32 वर्षों से यूएई में रह रहे थे। उन्होंने कहा, ‘जब मैं तीन साल का था तो अपने परिजनों के साथ यहां आ गया था। मेरे पिता यहां काम करते थे। वह रिटायर होकर पंजाब जा चुके हैं। मैं दुबई में काम करता हूं और अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ शारजाह में रहता हूं। मैं एक छोटे घर में रहता हूं। हमेशा से ख्वाहिश थी कि मेरे पास पैसा हो तो बड़ा घर खरीदूं। अब मैं घर खरीद सकता हूं। जब मुझे फोन आया तो लगा कि कोई मजाक कर रहा है।’