नई दिल्ली: जेरोधा देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज फर्मों में से एक है। ग्राहकों की संख्या के मामले में इसने (Zerodha) कई बड़ी ब्रोकरेज कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है। इसके ग्राहकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जेरोधा (Zerodha) टेक्नोलॉजी आधारित स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी है। इसकी शुरुआत 2010 में हुई थी। नितिन कामथ (Nitin Kamath) और निखिल कामथ ने इसकी स्थापना की थी। दोनों भाई हैं। जेरोधा (Zerodha) देश की पहली डिस्काउंट ब्रोकरेज फर्म है। अब जेरोधा (Zerodha) की कामयाबी के पीछे के कारणों का सीईओ नितिन कामथ ने खुलासा किया है। नितिन कामथ ने इस बारे में ट्वीट करके जानकारी दी है।
इस वजह से जेरोधा को मिली सफलता
जेरोधा (Zerodha) ने रिटेल ब्रोकिंग की तस्वीर बदलकर रख दी है। इसकी सफलता के पीछे असली वजह जेरोधा के वफादार कस्टमर हैं। को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामथ के मुताबिक, जेरोधा अपने यूजर्स के रेफरल की वजह से तेजी से आगे बढ़ने में सफल रहा है। नितिन कामथ के मुताबिक, 10 लाख से अधिक ग्राहकों ने अपने दोस्तों और परिवार के लोगों को रेफर किया है और जेरोधा ने अपने ग्राहकों को अपना सबसे बड़ा रेफरल पेमेंट किया है। जो भी यूजर अपने फ्रैंड्स और फैमिली को रेफर करते हैं उन्हें अकाउंट खोलने पर 300 रिवार्ड प्वाइंट मिलते हैं। वे Streak, Sensibull, Smallcase और LearnApp जैसे ब्रोकर के पेड प्रोडक्ट्स का सब्सक्रिप्शन लेने के लिए इन रिवार्ड पॉइंट्स का उपयोग कर सकते हैं।
ऐसे हो रही लोगों की कमाई
जेरोधा के मौजूदा रिवार्ड कार्यक्रम के साथ, यूजर जनवरी 2020 से रेफ़र किए गए किसी भी व्यक्ति द्वारा पेमेंट किए गए ब्रोकरेज का 10 फीसदी भी कमा सकते हैं। हालांकि, रेफरल वॉलेट इनकम को विद्ड्रॉ करने के लिए यूजर्स को कम से कम 5 लोगों को रेफ़र करना होगा। यूजर्स को रिवार्ड के लिए पात्र होने के लिए रेफरल को 60 दिनों के भीतर अकाउंट खोलना होगा।
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