संसद की सदस्यता और चुनाव लड़ने का अधिकार खो चुके पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान के और भी बुरे दिन आ सकते हैं। उन्हें अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष पद से भी हाथ धोना पड़ सकता है। सरकारी उपहारों को बेचने के मामले में दोषी पाए जाने पर अदालत ने उन्हें संसद की सदस्यता से बेदखल कर दिया था और चुनाव लड़ने पर भी रोक लगाई गई है। अब एक अर्जी लाहौर हाई कोर्ट में दाखिल की गई है। इसमें मांग की गई है कि इमरान खान को पीटीआई के अध्यक्ष पद से हटाया जाए। इस अर्जी पर सुनवाई करने पर लाहौर हाई कोर्ट ने सहमति जताई है।
इससे पहले गुरुवार को उच्च न्यायालय ने अर्जी की वैधता को लेकर फैसला सुरक्षित रख लिया था। अब शुक्रवार को कोर्ट ने कहा कि इस मामले में सुनवाई की जा सकती है। हाई कोर्ट के जस्टिस साजिद महमूद सेठी ने शुक्रवार को फैसला देते हुए पाकिस्तानी पंजाब के अटॉर्नी जनरल को नोटिस जारी किया। अदालत ने 11 नवंबर तक पीटीआई और अटॉर्नी जनरल से जवाब दाखिल करने को कहा है। इस अर्जी में इमरान खान, पाकिस्तान के चुनाव आयोग और पाक सरकार को भी पक्षकार बनाया गया है।
इमरान खान पर क्यों गिर सकती है नई गाज
अदालत में दाखिल अर्जी में पाकिस्तान के जनप्रतिनिधित्व कानून के अनुच्छेद 62 और 63 का हवाला देते हुए कहा गया है कि जो इसके प्रावधानों पर खरा उतरता है, वही किसी राजनीतिक दल का पदाधिकारी हो सकता है। बता दें कि इमरान खान बेहद आक्रामक हैं। वह लगातार शहबाज शरीफ सरकार पर अमेरिका के इशारों पर अपनी सरकार गिराने को लेकर हमला बोल रहे हैं। यही नहीं सेना पर भी वह खुलकर बोल रहे हैं। यहां तक कि सेना को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इमरान खान के आरोपों के जवाब देने पड़ रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान में सियासी टकराव तेज हो रहा है। इस बीच इमरान खान पर जानलेवा हमले ने पाकिस्तान की सियासत का माहौल और गरमा दिया है।
इमरान बोले- 4 गोलियां लगी हैं, एक दिन पहले से थे अंदाजा
इस बीच इमरान खान ने बुधवार को हुए हमले को लेकर कहा कि मुझे 4 गोलियां लगी हैं। इमरान खान ने कहा कि मुझे एक दिन पहले ही पता चल गया था कि मेरे ऊपर जानलेवा हमला होगा। इमरान खान के लॉन्ग मार्च पर हुए हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इसके अलावा इमरान खान समेत 4 लोग घायल हुए हैं। बता दें कि संसद सदस्यता छिनने के बाद इमरान खान ने लाहौर से इस्लामाबाद तक लॉन्ग मार्च निकालने का ऐलान किया था।