भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम ने ‘डी-कंपनी’ की आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए गिरफ्तार आरोपियों को हवाला के जरिए भारी रकम भेजी। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की ओर से यह दावा किया गया है। एनआईए ने यह भी दावा किया कि ये गतिविधियां लोगों में डर पैदा करने के लिए मुंबई और भारत के अन्य हिस्सों में आतंकवादी हमले करने से संबंधित थीं।
जांच एजेंसी ने ये दावे पिछले सप्ताह मुंबई में एक विशेष अदालत के समक्ष आतंकवाद और डी-कंपनी से संबंधित मामले में दाखिल आरोपपत्र में किए हैं। एनआईए ने आरोपपत्र में यह भी दावा किया है कि डी-कंपनी ने राजनेताओं और व्यापारियों सहित दूसरी हस्तियों पर हमला करने के लिए एक स्पेशल यूनिट बनाई थी।
NIA ने 5 को किया नामजद
‘डी-कंपनी’ से आशय अंडरवर्ल्ड डॉन और भारत में सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक दाऊद इब्राहिम से है। चार्जशीट में इब्राहिम और उसके करीबी छोटा शकील को वांछित आरोपी बनाया गया है, जिसमें एनआईए ने पांच आरोपियों को नामजद किया है। मामले में चार्जशीट किए गए तीन अन्य लोगों में आरिफ अबुबकर शेख, शब्बीर अबुबकर शेख और मोहम्मद सलीम कुरैशी हैं। ये सभी मुंबई के रहने वाले हैं और इस मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
आतंकी घटनाओं की प्लानिंग था मकसद
जांच एजेंसी ने दावा किया कि जांच के दौरान मिले सबूतों से पता चला कि गिरफ्तार और वांछित आरोपी आतंकवादी गिरोह के रूप में काम करने वाले सिंडिकेट के सक्रिय सदस्य थे। इन्हें विदेश में रह रहे फरार आरोपी से हवाला के जरिए भारी मात्रा में धन मिला। यह पैसा मुंबई और भारत के अन्य हिस्सों में सनसनीखेज आतंकी घटनाओं की प्लानिंग के मकसद से दिया गया था। ये भारत के लोगों के दिमाग में दहशत पैदा करना चाहते थे।