छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में दुर्गा पंडाल से निकले युवक की हत्या कर दी गई है। युवक के सिर और गले में चोट के निशान मिले हैं। वहीं, गमछा गले में फंसा हुआ है। माना जा रहा है कि लौटने वक्त ही आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया है। फिलहाल मामले में जांच जारी है। घटना सरकंडा थाना क्षेत्र की है।
सरकंडा क्षेत्र के लिंगियाडीह निवासी संतोष यादव (38) होटल में काम करता था। घर में उसकी पत्नी कविता यादव, 16 साल की बेटी पूजा और 6 साल का बेटा पंकज यादव रहते हैं। मंगलवार की रात संतोष यादव दुर्गा पंडाल में प्रसाद बांटने के लिए निकला था। इसके बाद वह देर रात तक घर नहीं पहुंचा। इस पर परिजन को लगा कि वह दुर्गा पंडाल के पास रह गया होगा। इसके चलते उन्होंने उसकी तलाश भी नहीं की।
बुधवार की सुबह पुलिस को आसपास के लोगों ने जानकारी दी कि लोयला स्कूल रोड में मटन दुकान के पास युवक की लाश पड़ी है। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने पूछताछ कर युवक की पहचान संतोष यादव के रूप में की। इसके बाद उसके छोटे भाई अशोक यादव और परिजन को संतोष की मौत की खबर दी। परिजनों ने बताया कि वह दुर्गा पंडाल में प्रसाद बांटने के नाम से घर से निकला था। इसके बाद वह वापस नहीं आया।
परिजन जब मौके पर पहुंचे, तब शव पर मक्खियां झूम रही थी। वहीं, उसके सिर और गले में चोट के निशान थे। युवक के गले में गमछा भी फंसा हुआ था। परिजनों ने उसकी हत्या की आशंका जताई, तब पुलिस उनसे ही पूछताछ शुरू कर दी। पुलिस भी प्रथम दृष्टया इसे हत्या मान रही है। लेकिन, पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है। TI उत्तम साहू का कहना है कि अभी मामले की जांच कर संदेहियों से पूछताछ चल रही है।
शव के पास मिली एक्टिवा, तीन हिरासत में
पुलिस ने परिजन से पूछताछ की। लेकिन, उन्हें हत्या और आरोपियों का कुछ पता नहीं है। दुर्गा पंडाल की दूरी भी घटनास्थल से ज्यादा दूर नहीं है। मौके से पुलिस ने एक्टिवा भी बरामद किया है। बताया जा रहा है कि एक्टिवा सैलून दुकान चलाने वाले युवक की है। पुलिस ने दुर्गा समिति के लोगों से भी पूछताछ की है। उन्होंने बताया कि रात में संतोष को मोहल्ले के तीन युवकों के साथ देखा गया था। ऐसे में पुलिस उन युवकों को संदेही मानकर पकड़कर पूछताछ कर रही है।