मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के लिए 11 और 16 अक्टूबर ऐतिहासिक दिन बनने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 अक्टूबर को पवित्र नगरी उज्जैन में “महाकाल लोक” का लोकार्पण करेंगे। गृह मंत्री अमित शाह द्वारा 16 अक्टूबर को ग्वालियर में अत्याधुनिक एयरपोर्ट का शिलान्यास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि ग्वालियर के विकास में नए अध्याय के रूप में जुड़ने जा रहे लगभग 500 करोड़ रूपए लागत के अत्याधुनिक एयर टर्मिनल के निर्माण से ग्वालियर और चंबल अंचल की प्रगति एवं विकास को नई गति मिलेगी। मुख्यमंत्री चौहान ने ग्वालियर में 16 अक्टूबर को प्रस्तावित ग्वालियर एयरपोर्ट के शिलान्यास कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री चौहान ने ग्वालियर प्रवास में केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ जन-प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की अलग-अलग बैठक लेकर एयरपोर्ट विस्तार के शिलान्यास कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की। जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया, राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह, नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री ओ.पी.एस. भदौरिया, लोक निर्माण राज्य मंत्री सुरेश धाकड़, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव, और सांसद विवेक नारायण शेजवलकर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि संस्कृति पुनरूत्थान कार्यक्रम में केदारनाथ, काशी और अयोध्या नगरी की तर्ज पर पवित्र नगरी उज्जैन में “महाकाल लोक” का निर्माण किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 अक्टूबर को “महाकाल लोक” को महाकाल के चरणों में समर्पित करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश तेजी के साथ प्रगति पथ पर आगे बढ़ रहा है। ग्वालियर-चंबल अंचल का भी चौतरफा विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने एलीवेटेड रोड, वेस्टर्न बाईपास, राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण और सिंचाई परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इसी कड़ी में ग्वालियर को नए एवं अत्याधुनिक एयरपोर्ट की सौगात मिलने जा रही है। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह यह सौगात देने 16 अक्टूबर को ग्वालियर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने जन-प्रतिनिधियों का आहवान किया कि सांस्कृतिक एवं अधो-संरचनागत विकास और प्रगति के आयामों की जानकारी जन-जन तक पहुँचे। इन दोनों कार्यक्रमों में पूरे उत्साह के साथ न केवल स्वयं शामिल हों बल्कि बड़ी संख्या में जन-मानस को भी भागीदार बनाएँ।