मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में फॉरेस्ट की टीम पर पथराव करने वाली 19 आदिवासी महिलाओं को गिरफ्तार किया है। नेपानगर जंगल में अतिक्रमण को लेकर पुलिस और वन विभाग ने कार्रवाई की थी। जिसके बाद आदिवासी समाज ने प्रदर्शन भी किया था। एक मामले में जब वन विभाग की टीम एक वारंट तामील करवाने गई तो वहां महिलाओं ने टीम पर पथराव शुरू कर दिया। इस बात की शिकायत नेपानगर रेंज के फॉरेस्ट रेंजर ने पुलिस से की थी। जिस पर पुलिस ने पथराव करने वाली ग्राम सीवल की 19 महिलाओं को शासकीय कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर गिरफ्तार किया है।
बुरहानपुर के नेपानगर में 19 आदिवासी महिलाओx को पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं। यह महिलाएं बुरहानपुर के ग्राम सीवल की रहने वाली हैं। दरअसल 31 अगस्त 2022 को वन विभाग की एक टीम सर्च वारंट तामील करवाने गई थी। फॉरेस्ट विभाग की टीम पर सीवल ग्राम की महिलाओं ने पथराव कर दिया। इस मामले में नेपानगर रेंज के फॉरेस्ट रेंजर पराग गुप्ता ने थाने पर लिखित शिकायत की थी। इसमें कहा गया था कि फॉरेस्ट की टीम जिसमें महिला वन स्टाफ भी शामिल थीं, ग्राम सीवल में प्रताप पिता छगन बारेला का सर्च वारंट तामील करवाने उसके घर गए थे। जहां उसकी पत्नी अनीता ने वारंट तामिली से इंकार करते हुए आसपास की महिलाओं को इकट्ठा कर लिया। वहां मौजूद 30-35 महिलाओं द्वारा शासकीय कार्य में बाधा डालते हुए एक मत होकर फॉरेस्ट विभाग की टीम के साथ गाली-गलौज करते हुए पथराव किया गया और जान से मारने की धमकी दी गई थी।
पुलिस अधीक्षक बुरहानपुर,राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि नेपानगर रेंज के फॉरेस्ट रेंजर की शिकायत पर थाना नेपानगर में पथराव करना, शासकीय कार्य में बाधा और शांतिभंग करने सहित जान से मरने की धमकी देने के मामले में केस दर्ज किया गया है। इस मामले में थाना प्रभारी नेपानगर और सूबेदार राधा यादव के नेतृत्व में महिला पुलिस बल की टीम का गठन किया गया था। टीम द्वारा 19 महिला आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार महिला आरोपियों को न्यायालय पेश कर खंडवा जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। बता दें की नेपा नगर के जंगल में अतिक्रमण को लेकर फॉरेस्ट विभाग और पुलिस की टीम सख्ती से कार्रवाई कर रही हैं। इस घटना से पहले भी अतिक्रमण हटाने गई टीम पर अतिक्रमणकारियों ने हमला किया था।