रेलवे ने देशभर की 130 मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों को सुपरफास्ट का दर्जा देकर सभी श्रणियों के किराये में भारी बढ़ोतरी कर दी है। इसके तहत ट्रेनों के एसी-1 व एक्जीक्यूटिव श्रेणी में 75 रुपये प्रति यात्री, एसी-2,3, चेयरकार में 45 रुपये व स्लीपर श्रेणी में 30 रुपये प्रति यात्री किराया बढ़ा दिया है।
इस प्रकार यात्रियों को एक पीएनआर (छह यात्री) की बुकिंग में एसी-1 में 450 रुपये, एसी-2,3 में 270 और स्लीपर में 180 रुपये यात्रियों को अतिरिक्त भुगतान करना होगा। यह व्यवस्था एक अक्तूबर से लागू कर दी गई है।
हालांकि, इन सभी ट्रेनों में खानपान, यात्री सुरक्षा अथवा सुविधाओं में किसी प्रकार की वृद्धि नहीं की गई है। रेल नियम के मुताबिक, 56 किलोमीटर प्रतिघंटा की औसत रफ्तार पर चलने वाली ट्रेनों को टाइम टेबल में सुपरफास्ट का दर्जा दे दिया जाता है।
कम दूरी वाली ट्रेनों को भी मेल-एक्सप्रेस का दर्जा
रेलवे के नए टाइम टेबल 2022-23 में बड़ी संख्या में पैसेंजर ट्रेनों को मेल-एक्सप्रेस का दर्जा दिया गया है। इसका सीधा अर्थ यह है कि लाखों दैनिक यात्री इन ट्रेनों में सफर नहीं कर सकेंगे, क्योंकि बढ़ा किराया आड़े आएगा। इसके अलावा मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में बेसिक किराये के अलावा रिजर्वेशन चार्ज, सुपरफास्ट चार्ज सहित जीएसटी लगाया जाता है।
उदाहरण के लिए टाइम टेबल 2022-23 में दिल्ली-भटिंडा (ट्रेन संख्या 20409) पैसेंजर ट्रेन को मेल-एक्सप्रेस का दर्जा दिया गया है। इसकी दूरी 298 किलोमीटर है, जबकि रेल नियम कहते हैं कि 325 किलोमीटर तक पैसेजर ट्रेनें चलाई जाती हैं