प्योंगयांग । उत्तर कोरिया के तानाशाह शासक किम जोंग उन की सामरिक हथियारों को लेकर भूख कम नहीं हो रही हैं। उत्तर कोरिया ने गुरुवार को एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल का परीक्षण किया है। ये इस महीने में उनका चौथा परीक्षण है। यह ताजा परीक्षण उनके नए हाइपरसोनिक मिसाइल के लॉन्च होने के बाद आया है। माना जा रहा है कि इसमें परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि उत्तर कोरिया के परीक्षणों में क्षेत्र में अस्थिरता और असुरक्षा संभावनाएं पैदा कर दी है। वहीं, प्योंगयांग ने कहा है कि उनके हथियार खुद की रक्षा के लिए हैं। उन्होंने अमेरिका और साउथ कोरिया पर दोहरे मानदंड का आरोप भी लगाया।
विशेषज्ञों का कहना है कि ताजा परीक्षणों से एक बात साफ जाहिर होती है कि कड़े प्रतिबंधों के बावजूद प्योंगयांग हथियारों की होड़ को छोड़ नहीं रहा है।
नॉर्थ कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी के मुताबिक, नया एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल का परीक्षण शानदार रहा है। इसमें नई तकनीक शामिल की गई हैं। तानाशाह नेता किम जोंग उन की प्रभावशाली बहन किम यो जोंग को प्रमोशन मिला है। तानाशाह ने अपनी बहन को देश के शीर्ष सरकारी निकाय में नियुक्त किया है। आयोग के उपाध्यक्ष समेत कम से कम 9 सदस्यों को बर्खास्त कर दिया गया है।
इनमें पाक पोंग जू और डिप्लोमेट चो सोन हुई भी शामिल हैं, जिन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ बातचीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आधिकारिक अखबार ने गुरुवार को आठ नई नियुक्तियों के चित्र प्रकाशित किए हैं। किम यो जोंग उस तस्वीर में सबसे बाहर खड़ी हैं। वह आयोग में सबसे युवा और अकेली महिला हैं। उन्हें अक्सर अपने भाई के करीब देखा गया है। किम यो जोंग की सटीक राजनीतिक भूमिका लंबे समय से अटकलों का विषय रही है। ऐसी चर्चा है कि वह अपने भाई की उत्तराधिकारी बन सकती हैं।