बेमेतरा जिले में पोर्न वीडियो की लत में एक नाबालिग लड़के ने पहले तो 10 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी की और उसके बाद उसे बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। आरोपी ने साक्ष्य छिपाने के लिए हत्या को खुदकुशी का रंग देने की कोशिश की और बच्ची के शव को फांसी पर लटका दिया। इस मामले में अपचारी बालक (17 साल) को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना बेमेतरा थाना क्षेत्र के ग्राम गांगपुर की है।
26 नवंबर शनिवार को 10 साल की बच्ची की लाश घर के कमरे में फांसी के फंदे से लटकती हुई मिली थी। पुलिस को घटनास्थल देखकर ही ये अंदाजा हो गया था कि ये खुदकुशी नहीं, बल्कि हत्या है। दरअसल बच्ची की ऊंचाई करीब 4 फीट थी, जबकि बरामदे में जिस बांस के झूलना पर उसकी लाश लटक रही थी, उसकी ऊंचाई 5 फीट 10 इंच तक थी। फंदे पर लटकी बच्ची की दोनों हथेलियां खुली हुई थी। आमतौर पर जब कोई खुद से फांसी लगाता है, तो मुट्ठी बंद या उंगलियां मुड़ी रहती हैं। बस पुलिस उसी समय से हत्या के एंगल से जांच करने में जुट गई।
जांच में पड़ोस के लड़के पर हुआ पुलिस को शक
पुलिस अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच में जुट गई। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर ASP के नेतृत्व में जांच के लिए एक टीम का गठन किया गया। आसपास के लोगों से पूछताछ करने पर पुलिस को एक नाबालिग लड़के पर शक हुआ। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। लेकिन आरोपी के कबूलनामे से पुलिस भी सकते में आ गई।
नाबालिग को पोर्न देखने की थी लत
आरोपी ने बताया कि वो मोबाइल पर अश्लील वीडियो देखने का आदी है। वारदात वाले दिन भी उसने पोर्न वीडियो देखा, जिसके बाद वो आवेश में आ गया। वो छत के रास्ते से कूदकर बच्ची के घर में घुसा और वहां उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। बच्ची के विरोध करने और उसका नाम पता चल जाने के डर से उसने दुपट्टे से उसके नाक और मुंह को दबा दिया। इससे बच्ची बेहोश हो गई। इसके बाद उसी दुपट्टे से फांसी का फंदा बनाकर उसने बच्ची को कपड़ा सुखाने वाले बांस पर टांग दिया।
आरोपी ने शव के पास प्लास्टिक की कुर्सी रख दी थी, ताकि ऐसा लगे कि बच्ची खेल-खेल में खुद ही फांसी के फंदे पर लटक गई। आरोपी ने बताया कि वारदात के वक्त बच्ची के मामा की 1 साल की बेटी भी घर में ही थी। उसने उस बच्ची को घर के अंदर दरवाजे के पास लिटा दिया। इसके बाद छत के रास्ते से अपने घर चला आया।
आसपास के लोगों को किया इकट्ठा
इसके बाद उसका दिमाग तेजी से काम करने लगा। आरोपी ने कहा कि इसके बाद उसने लोगों को इकट्ठा करने के लिए कहा कि बच्ची के रोने की आवाज घर के अंदर से आ रही है। जब लोग उसकी बात पर घर के पास आए और दरवाजा खोलकर अंदर पहुंचे, तो बच्ची की लाश को फंदे पर झूलता देख हैरान रह गए। लोगों ने इसके बाद पुलिस को खबर की। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
पुलिस ने क्राइम सीन किया री-क्रिएट
बेमेतरा पुलिस सोमवार को अपचारी बालक को मौका-ए-वारदात पर लेकर पहुंची और क्राइम सीन को री-क्रिएट किया। पुलिस ने पूरे घटनाक्रम को बारीकी से समझा और पीड़ित परिजनों से भी बातचीत की। बेमेतरा थाना प्रभारी अंबर सिंह भारद्वाज ने बताया कि 26 नवंबर की दोपहर को घर में केवल 10 साल की बच्ची और उसकी सालभर की ममेरी बहन ही घर पर थे। बाकी सभी लोग काम पर गए हुए थे। मृतका की नानी और मामी खेत में काम करने गई थीं। नाना और मामा भी अपने अपने काम से बाहर गए थे। घर का दरवाजा अंदर से लगा हुआ था, लेकिन आरोपी छत के रास्ते से घुसने में कामयाब रहा।
शव का कराया गया पोस्टमॉर्टम
थाना प्रभारी अंबर सिंह भारद्वाज ने बताया कि आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 450, 376, 376 एबी, 302 और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। बच्ची के शव का पोस्टमॉर्टम हो चुका है। शॉर्ट पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से रेप और हत्या की पुष्टि हुई है। पुलिस ने बताया कि 4 डॉक्टरों की टीम ने शव का पोस्टमॉर्टम किया है। टीम में मेडिकल ऑफिसर डॉ. दीपक मिरे, डॉ. ओमप्रकाश, डॉ. अंकुश अग्रवाल और डॉ. नेहा साहू शामिल थे। फिलहाल अपचारी बालक को बाल संप्रेक्षण गृह दुर्ग भेजा गया है।
घटना से अभिभावकों में चिंता
इधर दुष्कर्म और हत्या की इस वारदात से पूरे प्रदेश के लोग सकते में हैं। कोरोना काल से ही हर बच्चे के हाथ में मोबाइल है। अभिभावकों का कहना है कि पोर्न वीडियो बहुत आसानी से इंटरनेट पर उपलब्ध हैं, जिस पर सरकार को लगाम लगानी चाहिए।