मुंबई: पिछले सत्र में निफ्टी 50 इंडेक्स (Nifty 50 index) 18,053.3 अंक पर बंद हुआ था। बुधवार को यह 18,074.3 अंक पर खुला। कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण ऐसा हुआ। दो बड़े बैंकों की कमाई उम्मीद से कम रही है। साथ ही चीन की इकनॉमिक ग्रोथ के पिछले साल के आंकड़े भी आ गए हैं। यह अनुमान से बहुत कम रहे। इससे वॉल स्ट्रीट इंडेक्स में गिरावट देखने को मिली। नैसडैक कंपोजिट (Nasdaq Composite) में 0.14% तेजी आई जबकि डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज (Dow Jones Industrial Average) में 1.14% और एसएंडपी 500 (S&P 500) में 0.2% गिरावट आई। अमेरिकी बाजारों में गिरावट का असर एशियाई बाजारों में भी देखने को मिल रहा है।
सुबह 10:15 बजे निफ्टी 50 इंडेक्स 66.05 अंक यानी 0.37 फीसदी की तेजी के साथ 18,119.35 अंक पर ट्रेड कर रहा था। दूसरी ओर ब्रॉडर मार्केट इंडेक्सेज का प्रदर्शन फ्रंटलाइन इंडेक्सेज की तुलना में मिलाजुला रहा। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स (Nifty Mid-Cap 100 index) में 0.2% और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स (Nifty Small-Cap 100 index) में 0.36% तेजी आई है। 17 जनवरी के आंकड़ों के मुताबिक एफआईआई और डीआईआई नेट बायर्स रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 211.06 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 90.81 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। यह रही उन शेयरों की लिस्ट जो प्राइस वॉल्यूम ब्रेकआउट के दौर से गुजर रहे हैं…
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