आज पुलवामा हमले की बरसी पर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के एक ट्वीट से सियासी गलियारों में भूचाल आ गया है। दिग्गी ने ट्वीट करते हुए लिखा- आज हम उन 40 शहीद CRPF जवानों को श्रद्धांजलि देते हैं, जो पुलवामा में भारी इंटेलिजेंस चूक के कारण शहीद हो गए। मुझे उम्मीद है कि सभी शहीदों के परिवारों का अच्छे से पुनर्वास किया गया है।
दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और BJP के तमाम नेताओं ने पलटवार किया है। मुख्यमंत्री ने कहा- मुझे लगता है कि दिग्विजय जी की बुद्धि फेल हो गई है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी को इसका जवाब देना चाहिए। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, लगता है कि किसी ISI एजेंट ने ट्वीट किया है। उधर, मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा ने दिग्विजय के ट्वीट के समर्थन में ट्वीट करते हुए कहा- पुलवामा हमले में DSP देवेंद्र सिंह की भूमिका, मध्यप्रदेश में BJP नेता ध्रुव सक्सेना की ISI जासूसी को लेकर गिरफ्तारी पर प्रश्न पूछना क्या देशद्रोह या सेना का अपमान है?
23 जनवरी को भी कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिग्विजय ने सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा अटैक पर बयान देकर देश की सियासत गर्मा दी थी। जम्मू में उन्होंने कहा था- सरकार ने अब तक सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत नहीं दिया। केंद्र सरकार सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में बात करती है कि हमने इतने लोग मार गिराए हैं, लेकिन सबूत कुछ नहीं है। दिग्विजय ने 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर भी प्रधानमंत्री को घेरा था। दावा करते हुए कहा था- पुलवामा हमले के समय CRPF अफसरों ने कहा था कि जवानों को एयरक्राफ्ट से मूवमेंट कराया जाए, लेकिन प्रधानमंत्री नहीं माने।
बता दें कि 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हुए थे। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी
CM बोले- दिग्विजय पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के स्मार्ट पार्क में मीडिया से चर्चा के दौरान दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा- मुझे लगता है कि दिग्विजय जी की बुद्धि फेल हो गई है। ये उसका फेलियर है। वे देश की सेना का अपमान करते हैं। वे पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं। सेना का मनोबल गिराने की कोशिश करते हैं। अब जांच तो दिग्विजय सिंह की होनी चाहिए। देश और सेना के खिलाफ बोलने का बीज उनके दिमाग में डालता कौन है? कांग्रेस पार्टी के DNA की जांच होनी चाहिए, जो भारत जोड़ने के नाम पर भारत तोड़ने वालों के साथ पदयात्रा में घूमते हैं। ये अजूबा है, एक पार्टी का नेता लगातार सेना की बहादुरी, राष्ट्रभक्ति पर सवाल उठा रहा है, पाकिस्तान की भाषा बोल रहा है। सोनिया और राहुल गांधी को भी इसका जवाब देना चाहिए।
गृहमंत्री नरोत्तम बोले- कांग्रेस की आदत हो गई सेना पर बयान देने की
दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर मप्र के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा- दिग्विजय सिंह श्रद्धांजलि में भी तंज कस रहे हैं। ट्वीट देखकर ऐसा लग रहा है जैसे ISI से किसी ने ट्वीट किया हो। भारत माता की प्राण पण से सेवा कर अपने प्राणों का बलिदान देने वालों पर तंज कसने से आप नहीं चूकते। मुझे लगता है कि कांग्रेस की आदत ही हो गई है सेना के ऊपर इस तरह के बयान देना और उनके मनोबल को तोड़ना।
मंत्री भूपेंद्र बोले- जवानों के बलिदान पर राजनीति करना कांग्रेस का कैरेक्टर
मप्र के नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने ट्वीट किया- वीर जवानों के बलिदान पर राजनीति करना कांग्रेस का चरित्र रहा है। मुंबई टेरर अटैक को ये RSS की साजिश बोल रहे थे। राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे थे। आज देश वीर जवानों को नमन कर रहा है और ये आदतन अपना चरित्र उजागर करने में व्यस्त हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता मिश्रा ने कहा, क्या सवाल पूछना देशद्रोह है?
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा, पुलवामा के शहीदों को उनके बलिदान-दिवस पर सादर नमन। संसद, अक्षरधाम, कश्मीर, विधानसभा सहित आधा दर्जन आतंकी हमले कब हुए? पुलवामा हमले में DSP देवेंद्र सिंह की भूमिका, मध्यप्रदेश में BJP नेता ध्रुव सक्सेना की ISI जासूसी को लेकर गिरफ्तारी पर प्रश्न पूछना क्या देशद्रोह या सेना का अपमान है?
दिग्विजय बोले- सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत नहीं दिए
21 दिन पहले जम्मू में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने 2016 में हुए सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाया। उन्होंने जम्मू में कहा कि सरकार ने अब तक सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत नहीं दिया है। केंद्र सरकार सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में बात करती है कि हमने इतने लोग मार गिराए हैं, लेकिन सबूत कुछ नहीं है। दिग्विजय ने सर्जिकल स्ट्राइक के अलावा 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर भी प्रधानमंत्री को घेरा। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि पुलवामा हमले के वक्त CRPF अफसरों ने कहा था कि जवानों को एयरक्राफ्ट से मूवमेंट कराया जाए, पर प्रधानमंत्री नहीं माने। पूरी खबर पढ़िए