नई दिल्ली: तो क्या कांग्रेस नेता पवन खेड़ा पार्टी के लिए दूसरे मणिशंकर अय्यर साबित हो रहे हैं? दरअसल, ये सवाल इसलिए भी उठ रहा है कि अय्यर के एक चायवाले बयान ने लोकसभा चुनाव की फिजा ही बदल डाली थी। अब तो खेड़ा ने सीधे-सीधे पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और उनके पिता को लेकर ऐसा बयान दे दिया है जिसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कांग्रेस नेता पर हल्ला बोल दिया है। कांग्रेस के मीडिया एवं पब्लिसिटी विभाग के अध्यक्ष खेड़ा के बयान के बाद उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश में मुकदमा भी दर्ज हो गया है। इधर, खेड़ा के बयान को बीजेपी ने लपक लिया है। पार्टी ने इसे पीएम मोदी का अपमान बताया है। गृह मंत्री अमित शाह से लेकर असम के सीएम हेमंत विस्वा शर्मा ने कांग्रेस नेता पर हमला कर दिया है।
जानिए पवन खेड़ा ने क्या कहा था
पवन खेड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पीएम मोदी के पिता पर कमेंट किया था। उन्होंने कहा था कि वो जाने हमारा क्या मतलब। हम स्पष्ट बात कर रहे हैं जेपीसी। हम कह रहे हैं कि संसद में आप चर्चा से क्यों भागते हो। हम कह रहे हैं कि जेपीसी की मांग से आप क्यों डरते हो। जब नरसिम्हा राव जेपीसी बना सकते थे, जब अटल बिहारी वाजपेयी जेपीसी बैठा सकते थे। तो नरेंद्र गौतम दास, सॉरी दामोदर दास मोदी को क्या प्रॉब्लम है। फिर वो पूछते हैं कि गौतम दास है या दामोदर दास, साथ में बैठे शख्स ने कहा कि दामोदर दास तो उन्होंने भी दामोदर दास कहा। इसके बाद कुछ देर रुककर खेड़ा ने कहा कि नाम दामोदरदास है, काम गौतम दास है और इसके बाद पवन खेड़ा हंसने लगे।
अय्यर ने करा दी थी कांग्रेस की मिट्टी पलीद
मणिशंकर अय्यर के बयानों से कांग्रेस को हुआ था बड़ा नुकसान। कांग्रेस नेता अय्यर ने 2014 में पीएम मोदी को ‘नीच’ बता दिया था। इसी चुनाव के दौरान अय्यर ने पीएम मोदी को चायवाला बोल दिया था। अय्यर ने कहा था कि मोदी कभी पीएम नहीं बन सकते हैं और वह उस समय चल रहे कांग्रेस सम्मेलन में चाय ही बेच सकते हैं। अय्यर के इस बयान के बाद बीजेपी ने कांग्रेस को जमकर घेरा था। इसके बाद 2024 और 2019 में बीजेपी लगातार दो बार केंद्र की सत्ता में आ चुकी है।
तो क्या अब खेड़ा ने कर दिया बंटाधार?
वैसे भी राजनीति को टाइमिंग का खेल कहा जाता है। किसी मुद्दे को कैसे भुनाना है इसे बीजेपी बखूबी जानती है। इस वक्त पूर्वोत्तर में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार चल रहा है। ऐसे में खेड़ा का पीएम मोदी के पिता पर दिया गया बयान कहीं गले की हड्डी ने बन जाए। हालांकि खेड़ा अपने बयान पर फिलहाल माफी मांगते नहीं दिख रहे हैं। उनके बयान पर हंगामा मचने के बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘जब देश के पहले प्रधानमंत्री का और हमारे पूर्वजों का अपमान आप लोग करते हैं, तब तो नार्थ ब्लॉक के HMV साहब कुछ नहीं बोलते। हमने तो प्रधानमंत्री के पिता का कोई अपमान भी नहीं किया, ना हमारी ऐसे संस्कार हैं।’
खेड़ा के बारे में जान लीजिए
पवन खेड़ा का जन्म 31 जुलाई 1968 को हुआ है। वो दिल्ली की सीएम रहीं शीला दीक्षित के राजनीतिक सचिव रह चुके हैं। उनकी पत्नी का नाम डॉ. कोटा नीलिमा है। खेड़ा ने अपने ट्विटर बायो में अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के मीडिया एंड पब्लिसिटी डिपार्टमेंट के चेयरमैन बताया है।
पिछले साल कांग्रेस से हो गए थे नाराज
गौरतलब है कि पिछले साल राज्यसभा न भेजे जाने से नाराज होकर पवन खेड़ा ने एक ट्वीट किया था। जिसमें वो कांग्रेस से नाराज लग रहे थे। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि शायद उनकी तपस्या में कमी रह गई होगी। हालांकि, उनके इस ट्वीट के बाद ही उन्होंने कांग्रेस ने मीडिया एंड पब्लिसिटी सेल का अध्यक्ष बना दिया था।