‘द केरल स्टोरी’ जहां एक ओर बॉक्स ऑफिस पर तगड़ी कमाई कर रही है, वहीं फिल्म को लेकर राजनीति दो खेमों में बंट चुकी है। ममता बनर्जी की सरकार ने पश्चिम बंगाल में फिल्म पर बैन लगा दिया है। राज्य सरकार के इस फैसले को फिल्म के डायरेक्टर सुदीप्तो सेन ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि ममता बनर्जी ने बिना फिल्म देखे इस पर बैन लगा दी। जबकि फिल्म की वजह से राज्य में एक भी अप्रिय घटना नहीं हुई है। ऐसे में साफ झलकता है कि बैन लगाने का फैसला राजनीति से प्रेरित है। सुदीप्तो सेन ने ममता बनर्जी से अपील की है कि वह पहले फिल्म देखें और फिर कोई फैसला लें।
‘राजनीति से प्रेरित है ममता दीदी का फैसला’
सुदीप्तो सेन आगे कहते हैं, ‘ममता दीदी और महुआ मोइत्रा जी अभिव्यक्ति की आजादी की चैंपियन रही हैं। वह लोकतांत्रिक मूल्यों की चैंपियन हैं। वह मानवाधिकारों के लिए हमेशा मुखर रही हैं। जब बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर बैन की बात हुई तो ममता बनर्जी फिल्म के साथ खड़ी थीं। जब पद्मावत पर बैन की बात हुई तो ममता बनर्जी वो पहली राजनेता थीं, जिन्होंने फिल्म को समर्थन दिया था। ऐसे में अब जब उन्होंने ऐसा बयान दिया है और इस तरह की कार्रवाई की है, मुझे लगता है कि यह पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित निर्णय है। मुझे लगता है, मेरा अनुरोध है कि वह पहले फिल्म देखें और फिर ये निर्णय लें कि इसी पर कार्रवाई की जरूर है या नहीं।’
फिल्म के क्रू मेंबर्स को मिली धमकी, सुरक्षा बढ़ी
The Kerala Story Crew Member Threat: ’द केरल स्टोरी’ के डायरेक्टर ने यह भी पुष्टि की कि फिल्म के दो क्रू मेंबर्स को धमकी भरे मैसेज मिले हैं। इनमें से एक को इंस्टाग्राम पर दो बार ऐसे मैसेज मिले हैं, जबकि दूसरे को वॉट्सऐप पर इस तरह के मैसेज मिले हैं। सुदीप्तो सेन ने कहा कि उनकी टीम ने इस बारे में महाराष्ट्र पुलिस को खबर दी है और पुलिस ने भी तत्काल एक्शन लेते हुए सिक्योरिटी दी है। सेन ने कहा, ‘हम इस बात का कोई बतंगड़ नहीं बनाना चाहते हैं।’
ममता बनर्जी बोलीं- विकृत कहानी है ‘द केरल स्टोरी’
The Kerala Story Banned in West Bengal: सोमवार को पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार ने फिल्म पर राज्य में बैन लगाते हुए कहा कि यह ‘शांति बनाए रखने’ के लिए किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में ‘नफरत और हिंसा’ की घटनाओं से बचने के लिए ‘द केरल स्टोरी’ पर बैन लगाया जा रहा है। ममता बनर्जी ने इस दौरान कश्मीरी पंडितों के कथित नरसंहार पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ का भी जिक्र किया और कहा, ‘द कश्मीर फाइल्स क्या थी? इसका मतलब साफ तौर पर ये था कि समाज के एक खास वर्ग को अपमानित करना है। द केरल स्टोरी क्या है? यह एक विकृत कहानी है।’
उत्तर प्रदेश में ‘द केरल स्टोरी’ टैक्स फ्री
The Kerala Story Tax Free in UP: पश्चिम बंगाल फिल्म पर बैन लगाने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। जबकि बीजेपी शासित मध्य प्रदेश और अब उत्तर प्रदेश में ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म को राज्य में टैक्स-फ्री कर दिया है।
अशोक पंडित बोले- बैन से देश में गलत मैसेज जा रहा
पश्चिम बंगाल में फिल्म पर बैन लगाने को लेकर फिल्म निर्माता Ashol Pandit ने भी ममता सरकार की निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह अभिव्यक्ति की आजादी पर बड़ा हमला है। अशोक पंडित इंडियन फिल्म और टेलीविजन डायरेक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने न्यूज एजेंसी से कहा, ‘मैं पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ पर बैन लगाने की निंदा करता हूं। यह फिल्म पर बड़ा हमला है। एक फिल्म निर्माता की अभिव्यक्ति की आजादी पर इस तरह रोक लगाने से पूरे देश में गलत संदेश जा रहा है।’
बैन के खिलाफ लीगल एक्शन लेंगे प्रोड्यूसर विपुल शाह
दूसरी ओर, सोमवार को ही फिल्म के निर्माता विपुल अमृतलाल शाह ने मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। उन्होंने कहा कि वह बंगाल सरकार के इस फैसले के खिलाफ कानूनी विकल्प अपनाएंगे। विपुल शाह ने कहा, ‘अगर राज्य सरकार हमारी बात नहीं सुनेगी, तो हम कानूनी रास्ते तलाशेंगे। हम जो भी रास्ता अपनाएंगे, वह कानूनी सलाह पर आधारित होगा।’
केरल के मुख्यमंत्री ने कहा- ये फिल्म RSS का प्रचार है
सुदीप्तो सेन के डायरेक्शन में बनी ‘द केरल स्टोरी’ तीन लड़कियों की कहानी पर आधारित है। इसमें दिखाया गया है कि इन लड़कियों का ब्रेन वॉश कर उनका धर्म परिवर्तन किया जाता है। उनके साथ ज्यादती की जाती है और फिर आतंकी संगठन ISIS में भर्ती होने के लिए सीरिया भेज दिया जाता है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी इस फिल्म का विरोध किया है। उन्होंने इसे ‘आरएसएस का प्रचार’ कहा है। केरल के कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने फिल्म के निर्माताओं पर केरल को ‘गलत तरीके से दिखाने’ का आरोप लगाया है।