बॉलीवुड एक्ट्रेस जिया खान सुसाइड मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने एक्टर सूरज पंचोली को बरी कर दिया है। जिया के एक्स बॉयफ्रेंड सूरज पर एक्ट्रेस को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप थे। अब इस फैसले को जिया की मां राबिया खान ने जस्टिस सिस्टम का ‘मजाक’ बताया है। राबिया खान ने कहा है कि यह पूरे मुकदमे में और कुछ नहीं, बल्कि देश की ‘न्यायपालिका प्रणाली का मजाक’ बनाया गया है।
’10 साल में एक भी सबूत नहीं मिले ऐसा कैसे हुआ’
राबिया ने आगे कहा, ‘यह पूरा ट्रायल न्यायपालिका प्रणाली का मजाक था। सीबीआई अदालत एक उच्च न्यायालय के आदेश, पहले के ट्रायल का पालन कर रही थी। उन्होंने ट्रायल कोर्ट के लिए पूहले से तय हो चुके रास्ते पर भी काम किया, ताकि आरोपी को बरी कर केस बंद कर दिया जाए। आप सोचिए कि 10 साल के लंबे वक्त में भी देश की पुलिस और सीबीआई, दोनों ही एजेंसियां एक सबूत नहीं जुटा पाईं, जो यह बताए कि पीड़ित ने तत्काल आत्महत्या का फैसला क्यों लिया। और तो और आरोपी के खिलाफ एक भी सबूत नहीं ला सके कि उसने सीधे तौर पर जिया को आत्महत्या करने के लिए उकसाया। इस पूरे केस में सबूतों का बोझ इतना अधिक था कि इसमें शामिल सभी पक्षों को पहले से पता था कि परिणाम क्या होना चाहिए था, लेकिन कानूनी तौर पर इसका कोई मतलब नहीं था।’
राबिया का आरोप- सीबीआई और अभियोजन पक्ष में हुआ समझौता
जिया खान की मां ने अपने बयान में यह भी कहा गया है कि मुकदमे के दौरान उन्हें बड़ी जल्दी यह पता चल गया था कि सीबीआई और अभियोजन पक्ष के बीच समझौता हो गया था। वह कहती हैं, ‘क्योंकि उन्होंने कभी भी मौत के असल कारण को साबित नहीं किया। मैं इसे फिर से कहना चाहूंगी कि जिया की मौत का असली कारण कभी साबित नहीं हो पाया। अदालत ने फॉरेंसिक एनालिसिस के लिए सबूत भेजे थे, इसके बजाय सीबीआई ने पोस्टमॉर्टम वाली रिपोर्ट खोजी, जिसमें कहा गया था कि ‘एस्फिक्सिया के कारण’ मौत हुई है।’
राबिया ने कहा- सूरज पंचोली ने सरेआम झूठ बोला
राबिया कहती हैं, ‘सूरज एक आरोपी था और उसने सरेआम, सफेद झूठ बोला और दोनों एजेंसियों ने उसके झूठ का सम्मान किया। ऐसा इसलिए हुआ कि वे सब अच्छी तरह से जानते थे कि मेरी बेटी जिया खुद के लिए बोलने नहीं आने वाली। उसे दोषी ठहराया गया, क्योंकि यह दोनों एजेंसियों के लिए दोष देने के लिए सबसे सुविधाजनक था।’ राबिया खान आगे कहती हैं कि वह न सिर्फ मां के रूप में, बल्कि एक महिला के रूप में भी बहुत निराश महसूस करती हैं। जिस प्रणाली से लोग अपनी रक्षा करने और न्याय की उम्मीद करते हैं, वह इसमें विफल रही है और वह अपने ही सिस्टम का मजाक बना रही है।
राबिया ने फैसले का जश्न मनाने पर सूरज को सुनाई खरी-खोटी
राबिया खान ने कोर्ट के फैसले के बाद सूरज पंचोली की ओर से इसका जश्न मनाने पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा, ‘यह फैक्ट है कि उसने कोर्टरूम के बाहर मिठाइयां बांटी। यह दिखाता है कि वह कितना निर्दयी है। सूरज को एक दिन उन राक्षसों से जूझना पड़ेगा, जिनके साथ वह चलता है। मैंने अपनी बेटी के जाने के बाद समय के साथ शांति बना ली है और मैं अब सबकुछ ऊपरवाले के हाथ में छोड़ रही हूं। जिसने भी मेरी बेटी की हत्या की, ईश्वर मुझे न्याय दिलाएंगे।’
3 जून 2013 को घर में मृत पाई गई थीं जिया खान
‘निशब्द’ और ‘गजनी’ जैसी फिल्मों में नजर आईं जिया खान 25 साल की उम्र में 3 जून 2013 को मुंबई में जुहू स्थित घर में मृत पाई गई थीं। पुलिस ने बाद में जिया के घर से कथित तौर पर छह पन्नों का एक सुसाइड लेटर बरामद किया। राबिया के आरोपों के बाद सूरज को गिरफ्तार कर लिया गया था। उनके खिलाफ धोखाधड़ी और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया था।
राबिया बोली- सूरज और जिया का रिश्ता अपमानजक था
राबिया बीते 10 साल से लगातर यह आरोप लगा रही हैं कि उनकी बेटी की हत्या की गई है। अक्टूबर 2013 में उन्होंने मामले में सीबीआई जांच की मांग की। बॉम्बे हाई कोर्ट में भी उन्होंने मर्डर की बात की। इसके बाद हाई कोर्ट के आदेश पर जुलाई 2014 में यह मामला सीबीआई को सौंप दिया गया। राबिया ने दावा किया कि उनकी बेटी जिया एक्टर आदित्य पंचोली और जरीना वहाब के बेटे सूरज के साथ अपमानजनक रिश्ते में थी।
कोर्ट ने राबिया पर उठाए सवाल, सुसाइड नोट पर भी संदेह
हालांकि, 28 अप्रैल 2023 को मुंबई में सीबीआई अदालत ने सूरज पंचोली को सभी आरोपों से मुक्त कर दिया। कोर्ट के अपने फैसले में कहा कि सबूतों के अभाव में वह आरोपी को सजा नहीं सुना सकती। कोर्ट ने यह भी कहा कि राबिया खान ने शुरू से कोर्ट को बरगलाया, क्योंकि अभियोजन पक्ष आत्महत्या के आरोप की बात कर रही है, जबकि वह हत्या की बात कह रही हैं। कोर्ट ने जिया के सुसाइड नोट पर भी संदेह जताया, क्योंकि एक्ट्रेस के घर से मिली एक डायरी और सुसाइड नोट दोनों में एक जैसी हैंड राइटिंग है। जो डायरी मिली है, उसमें राबिया खान की लिखावट है और यह इस बात को कुबूल कर चुकी हैं।