आमिर खान की साल 2016 में आई फिल्म ‘दंगल’ ने देशभर में करीब 387 करोड़ रुपए की कमाई करके हिंदी बॉक्स ऑफिस पर कमाई का नया रेकॉर्ड बनाया था। लेकिन उसके अगले ही साल प्रभास की फिल्म ‘बाहुबली 2’ के हिंदी डब वर्जन ने 510 करोड़ की कमाई करके ‘दंगल’ को पछाड़ दिया। इस फिल्म ने दुनियाभर में 1800 करोड़ की कमाई करके नया रेकॉर्ड बनाया। लेकिन उसी दौरान आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ चीन में रिलीज हुई और उसने इतिहास रच दिया। ‘दंगल’ ने अकेले चाइना में करीब 1300 करोड़ की कमाई के बूते दुनियाभर में 2000 करोड़ से ज्यादा की कमाई करके इस मामले में ‘बाहुबली 2’ को पछाड़ दिया। इसके अगले साल आमिर खान की चाइना में रिलीज हुई फिल्म ‘सीक्रेट सुपरस्टार’ ने भी वहां 750 करोड़ की कमाई करके सबको हैरान कर दिया। जबकि इस फिल्म ने भारत में महज 63 करोड़ रुपए की कमाई की थी। जबकि इस फिल्म में आमिर ने महज कैमियो रोल किया था।
नॉर्थ हो या साउथ सबको चाइना में रिलीज करनी है फिल्म
कोरोना के बाद रिलीज हुई भारतीय फिल्मों ’आरआरआर’ (1,258 करोड़ रुपये), ‘केजीएफ 2’ (1,250 करोड़ रुपये), ‘पठान’ (1,050 करोड़ रुपये) ने भारत समेत दुनियाभर में कमाई के नए रेकॉर्ड बनाए, बावजूद इसके ये आमिर खान की ‘दंगल’ के मुकाबले आधी ही कमाई कर पाईं। ऐसे में, फिल्मी दुनिया में चर्चा है कि मोटी कमाई करने की चाहत में ‘पठान’ समेत साउथ की तमाम सुपरहिट फिल्मों के निर्माता भी अपनी फिल्मों को चाइना में रिलीज करने की जुगत भिड़ा रहे हैं। वहीं इस दौरान जापान में रिलीज हुई ‘आरआरआर’ ने 100 करोड़ की कमाई करके दिखा दिया है कि विदेशों से भी कमाई की जा सकती है। इसी बीच बीते साल आमिर की फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ भी भारत में रिलीज हुई, लेकिन यह घरेलू बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही। यह फिल्म 100 करोड़ क्लब में भी नहीं पहुंच पाई। अब आमिर के फैंस ‘लाल सिंह चड्ढा’ को चाइना में रिलीज करने की मांग कर रहे हैं, ताकि आमिर की फिल्म फिर से वहां पर धमाल कर सके।
लेकिन चाइना में रिलीज करना नहीं आसान
भले ही तमाम भारतीय फिल्म निर्माता आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ की तरह बंपर कमाई की चाहत में अपनी फिल्मों को चाइना में रिलीज करना चाहते हों, लेकिन हकीकत में चाइना में विदेशी फिल्मों को रिलीज करना टेढ़ी खीर है। फिल्मी दुनिया के जानकार बताते हैं कि चाइना में साल में महज 30 से 35 विदेशी फिल्मों को ही रिलीज की इजाजत मिलती है। बेशक चाइना करीब 80000 सिनेमा स्क्रीन के साथ बहुत बड़ा सिनेमा मार्केट है। इसलिए वहां अपनी फिल्में रिलीज करने के लिए दुनियाभर के देशों की फिल्मों की लाइन लगी रहती है। कोरोना के बाद एक बार फिर से भारतीय फिल्मों की चाइना में रिलीज का सिलसिला दो फिल्मों के साथ शुरू हुआ है। इनमें श्रीदेवी की फिल्म ‘इंग्लिश-विंग्लिश’ और वरुण धवन व अनुष्का शर्मा की फिल्म ‘सुई धागा’ शामिल हैं।
चाइना में बंपर कमाई का ये है फार्मूला !
चाइना में रिलीज हुई भारत की टॉप 10 फिल्मों की अगर बात करें, तो ‘दंगल’, ‘सीक्रेट सुपरस्टार’, ‘पीके’, ‘अंधाधुन’, ‘बजरंगी भाईजान’, ‘हिंदी मीडियम’, ‘हिचकी’, ‘मॉम’, ‘टॉयलेट एक प्रेमकथा’ और ‘बाहुबली 2’ का नाम आता है। इनके अलावा चाइना में बॉलीवुड की ‘3 इडियट्स’, ‘माई नेम इज खान’, ‘धूम 3’, ‘हैपी न्यू ईयर’ और ‘फैन’ जैसी फिल्में भी रिलीज हो चुकी हैं, लेकिन इन्हें वहां कोई खास रिस्पॉन्स नहीं मिला। आखिरकार चाइना में भारतीय फिल्मों की सफलता का फार्मूला क्या है? इसके जवाब में एक हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के जानकार कहते हैं कि अगर आप चाइना में सफल हुई भारतीय फिल्मों की लिस्ट देखेंगे, तो उन सबमें एक चीज कॉमन है कि वहां के लोग इमोशनल एंगल वाली फिल्मों को पसंद करते हैं। यही वजह है कि ‘दंगल’, ‘सीक्रेट सुपरस्टार’ और ‘बजरंगी भाईजान’ जैसी फिल्मों ने वहां पर धमाल कर दिया। वहीं चाइना और भारत में सिनेमा स्क्रीन की संख्या में भी काफी फर्क है। यही वजह है कि चाइना जितनी आबादी होने के बावजूद भारत की काफी जनसंख्या सिनेमाघर जाकर फिल्में नहीं देख पाती। एक आंकड़े के मुताबिक पिछले पांच सालों में भारत में कोरोना के चलते जहां सिनेमा स्क्रीन 12000 से कम होकर 8000 रह गईं हैं। वहीं चाइना में सिनेमा स्क्रीन की संख्या बढ़कर करीब 80000 हो गई है। यही वजह है कि वहां रिलीज होने वाली विदेशी फिल्में खासी कमाई करती हैं।