पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटरमीडिएट सत्र 2023-2025 में नामांकन का एक और मौका दिया है। मैट्रिक परीक्षा में सफल विद्यार्थी 11 वीं में स्पाट नामांकन ले सकते हैं और विद्यालय भी बदल सकते हैं। इसके लिए परीक्षा समिति ने दो से 10 नवंबर तक का समय दिया है।
समिति ने कहा है कि राज्य के कुछ छात्रों का नामांकन उनके आवास से दूर के शिक्षण संस्थान में हो जाने के कारण वे नियमित रूप से विद्यालय में उपस्थित नहीं हो पाते हैं।
इस वजह से कक्षाओं में उपस्थिति में कम रहती है। इस कारण इंटर कक्षा में उनके नजदीक वाले शिक्षण संस्थान में परिवर्तन का मौका दिया गया है एवं स्पाट नामांकन में विद्यार्थी शामिल हो सकते हैं।
ओएफएसएस पोर्टल पर मिलेगी रिक्त सीटों की जानकारी
राज्य के वैसे इच्छुक छात्र, जिनका नामांकन उनके आवास से दूर के शिक्षण संस्थानों में हो गया है और वे अपने आवास से निकट के शिक्षण संस्थानों में इंटर में नामांकन लेना चाहते हैं, वे ऑनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फॉर स्टूडेंट्स (www.ofssbihar.in) पोर्टल के माध्यम से नामांकन ले सकते हैं।
ओएफएसएस पोर्टल पर अपने आस-पास के शिक्षण संस्थानों में उपलब्ध रिक्त की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। सीबीएसई, सीआइएससीई एवं अन्य बोर्ड से उत्तीर्ण विद्यार्थी भी स्पाट नामांकन करा सकते हैं।
ओएफएसएस नामांकन प्रक्रिया के तहत प्रथम द्वितीय सूची में चयनित तथा नामांकित विद्यार्थी जिन्होंने नामांकन के पश्चात स्लाइड-अप का विकल्प दिया था, लेकिन स्लाइड-अप वाले संस्थान में अंतिम रूप से नामांकन नहीं ले सके, ऐसे विद्यार्थियों का नामांकन स्वतः रद्द हो गया है।
उन्हें स्पाट नामांकन के तहत नामांकन लेने के लिए फिर से आनलाइन आवेदन करना होगा। अन्यथा वे इंटर वार्षिक परीक्षा 2025 में शामिल होने के योग्य नहीं होंगे।
अन्य कारणों से नामांकित विद्यार्थियों के नामांकन को आनलाइन अपडेट नहीं किया जा सका है, वैसे विद्यार्थियों को भी स्पाट नामांकन की अवधि के दौरान आनलाइन अपडेट करने की सुविधा प्रदान की जाएगी। नामांकन लेने वाले संस्थान 11 नवंबर तक नामांकित विद्यार्थियों का नामांकन अपडेट करेंगे।
इंटर स्तरीय शिक्षण संस्थानों में अब नहीं होगी शिक्षकों की कमी
परीक्षा समिति ने कहा है कि शिक्षा विभाग द्वारा इंटर स्तरीय शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों की नियुक्ति विभिन्न विद्यालयों में की जा रही है। संबंधित इंटर स्तरीय शिक्षण संस्थानों में चयनित शिक्षकों के योगदान के उपरांत इन शिक्षण संस्थानों में पठन-पाठन का कार्य सुव्यवस्थित हो जाएगा।
शिक्षकों के विद्यालय में योगदान के बाद दूर के शिक्षण संस्थानों में पूर्व से नामांकित विद्यार्थियों को उनके नजदीक के इंटर स्तरीय शिक्षण संस्थानों में नामांकन के लिए विद्यालय में परिवर्तन करने का मौका देते हुए रिक्त सीटों के विरुद्ध पुनः स्पाट नामांकन लेने की सुविधा प्रदान की जा रही है ताकि विद्यार्थियों को शिक्षण संस्थान की दूरी अधिक होने के कारण आने-जाने में असुविधा नहीं हो।