पटना। राजधानी समेत प्रदेश में गोवर्द्धन (गाय की पूजा) पूजा और अन्नकूट मंगलवार को मनाया जा रहा है। वहीं, भैया दूज और चित्रगुप्त पूजा बुधवार को होगी। सनातन धर्मावलंबी कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा में मंगलवार को गोबर के गोवर्द्धन बनाकर पीले फूल, अक्षत, चंदन, धूप-दीप आदि से पूजा करेंगे।
पूजन के दौरान गौशाला में गौ माता को स्नान कराकर उनको नए वस्त्र, रोली चंदन, अक्षत, पुष्प से पूजा के बाद हरी घास, चारा, गुड़, चना, केला, मिठाई खिलाई जाएगी। गौ सेवा करने से कई पुण्यों का फल मिलता है।
ज्योतिष आचार्य पंडित राकेश झा ने पंचांगों के हवाले से बताया कि गोवर्द्धन अनुराधा नक्षत्र व शोभन योग में मनेगा। वहीं, भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने के बाद अन्नकूट पर 56 प्रकार के व्यंजन का भोग लगेगा।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने ब्रज वासियों की रक्षा व इंद्रदेव का घमंड तोड़ गोवर्द्धन पर्वत को अपने अंगुली पर उठाया था। अन्नकूट को लेकर शहर के दादीजी मंदिर, इस्कान मंदिर समेत अन्य मंदिरों में भगवान की पूजा अर्चना व भजन-कीर्तन का आयोजन होगा।
चित्रगुप्त पूजा कल
कार्तिक शुक्ल द्वितीया तिथि 15 नवंबर को भगवान चित्रगुप्त व भैया दूज की पूजा होगी। बुधवार को सिद्धयोग में दीपोत्सव का अंतिम पर्व मनाया जाएगा। बहनें इस दिन भाई की लंबी उम्र के लिए व्रत रखेंगी।
वहीं, कायस्थ समुदाय के लोग पूरे दिन विधि-विधान के साथ भगवान चित्रगुप्त का पूजन करेंगे। शहर के गर्दनीबाग ठाकुरबाड़ी, पटना सिटी के गिरिराज उत्सव हाल सहित दर्जनों पूजन स्थलों पर भगवान चित्रगुप्त की पूजा होगी। पूजन के दौरान आम से खास लोग शामिल होंगे।