नवरात्र में कुट्टू की मांग घटी, राजगिरी आटे की मांग बढ़ गई है।
आगरा और मथुरा में जन्माष्टमी पर कुट्टू के आटे की पकड़ो और पूड़ी खाने से लोग बीमार हो गए थे, कई घरों में पूरा परिवार बीमार हो गया था। एफएसडीए द्वारा कराई गई जांच में कुट्टू के आटे में चूहों के मलमूत्र मिले थे। इसके बाद कार्रवाई थी की गई, इसके चलते दुकानों पर कुट्टू का आटा बहुत कम मिल रहा है, इसके साथ ही कुट्टू के आटे के रेट भी बढ़ गए हैं, कुट्टू का आटा 80 से 100 रुपये प्रति किलो था यह बढ़कर 160 रुपये तक पहुंच गया है।
कुट्टू की जगह राजगिरी आटा
इस बार कुट्टू की जगह राजगिरी के आटे की मांग बढ़ गई है, राजगिरी के आटे से भी पूड़ी बनती है। राजगिरी आटा 250 से 280 रुपये किलो है। इसके साथ ही समा के चावल से खीर बना सकते हैं। सिंघाडा का आटा 160 रुपये प्रति किलोग्राम है।