बागपत। संपत्ति विवाद को लेकर लुहारी गांव में एक युवक ने पिता की फावड़े से काटकर हत्या कर दी और थाने पहुंच गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। 60 वर्षीय कृष्णपाल के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा दिल्ली में नौकरी करता है जबकि छोटा बेटा हरेंद्र घर पर ही रहता है। दोनों शादीशुदा हैं। कृष्णपाल के घर मे संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था।
हरेंद्र का आरोप है कि उसका पिता उसे 35 बीघा कृषि भूमि में उसका हिस्सा नहीं दे रहा था और दिल्ली में प्लाट भी उसके बड़े भाई को दे दिया था। रविवार रात कृष्णपाल नलकूप पर गया था। वहां हरेंद्र भी पहुंच गया और पिता के सिर पर फावड़ा से वार कर हत्या कर दी।
इसके बाद वह घर आया और वहां से कोतवाली पहुंचा और पुलिस को बताया कि उसने पिता की हत्या कर दी है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इंस्पेक्टर मनोज कुमार चहल ने बताया कि हत्या में प्रयुक्त फावड़ा बरामद कर लिया है।
सिपाही के पिता के हत्यारोपित पिता-पुत्र सलाखों के पीछे पहुंचे
माल माजरा गांव में रंजिश को लेकर एक ही परिवार के लोगों ने यूपी पुलिस के सिपाही के पिता रमेशपाल की गाेली मारकर हत्या की वारदात के मामले में नामजद आरोपित पिता पुत्र को पुलिस ने अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया।
माल माजरा गांव में लगभग 58 वर्षीय रमेशपाल पुत्र रणबीर सिंह की शुक्रवार रात करीब सात बजे बाइक पर अपने घर लौटते समय उसके घर के पास ही रंजिश को लेकर प्रमोद व उसके पुत्र सहित परिवार के लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। रमेशपाल की पत्नी मुन्नी ने प्रमोद पुत्र गजे सिंह उसके पुत्र अनुज, पत्नी पुष्पा, पुत्री शालू, अनिल उर्फ लीलू पुत्र जीत सिंह व प्रवीण पुत्र सुबोध सहित छह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस ने गिरफ्तार कर की पूछताछ
इंस्पेक्टर कुलदीप सिरोही ने बताया कि शनिवार रात करीब आठ बजे जिवाना गेट से आरोपित प्रमोद व उसके पुत्र अनुज को गिरफ्तार कर लिया। अनुज की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा उसके घेर में खड़े ट्रैक्टर के पास दीवार में बने मोकले से बरामद किया। पूछताछ में दोनों ने बताया कि रमेशपाल द्वारा उनके साथ गाली-गलौज व मारपीट करने पर विरोध में हत्या करना कबूल किया है। दोनो काे अदालत में पेश किया, जहां से दोनों को जिला कारागार भेज दिया। उधर, घटना में नामजद चार आरोपित अभी फरार चल रहे हैं।