ललितपुर-भारतीय जनता पार्टी के उच्च नेतृत्व के निर्देश पर चल रहे वीर बाल दिवस सप्ताह के अन्तर्गत आज ललितपुर में भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष राजकुमार जैन ने की एवं संचालन जिला महामंत्री बंशीधर श्रीवास ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रयागराज झांसी शिक्षक विधानपरिषद क्षेत्र के शिक्षक विधायक डा बाबूलाल तिवारी उपस्थित रहे एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में ललितपुर गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष ओंमकार सिंह सलूजा उपस्थित रहे।इस अवसर पर गुरु सिंह सभा के महामंत्री सरदार सुरजीत सिंह ने अपने उद्बोधन में दशम गुरु,गुरु गोविंद सिंह जी के चारों सहाबजादों के वलिदान पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए बताया कि हिन्दू सिख सब एक ही पिता की सन्तान हैं ।
बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड के सदस्य प्रदीप चौबे ने कहा कि अब तक कि सरकारें पच्चीस दिसम्बर क्रिसमस को तो बहुत महत्व देती रही हैं लेकिन उसके अगले दिन छब्बीस दिसंबर को जो हिन्दू धर्म के लिए दशम गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी के सहाबजादों के बलिदान का दिन है उसे भुला दिया गया। भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार ने अपने बलिदानों से भारत की गौरव पूर्ण संस्कृति को बचाने के लिए बलिदान करने बाले वीर बालकों को याद करने के लिए वीर बालक दिवस के रूप में मनाने का काम शुरू किया।
सरदार हरविंदर सिंह सलूजा ने कहा कि गुरु जी ने इस बलिदान को लेकर कहा था कि
इन पूतन के सीस पर ,वार दिये सुत चार
चार मुये तो क्या हुआ, जीवित कई हजार
निवर्तमान जिला अध्यक्ष जगदीश सिंह लोधी एड ने कहा कि जिन वीर लोगों की शहादत की वजह से आज हमारा धर्म जीवित है हमें सदैव उन्हें याद रखना चाहिए।
कानपुर बुन्देलखण्ड क्षेत्र के क्षेत्रीय सदस्य धर्मेन्द्र गोस्वामी ने कहा कि मोदी जी का युग पुनर्जागरण युग माना जा सकता है ।जो हमारे इतिहास का सकारात्मक पक्ष को सत्तर साल से नहीं पढ़ाया गया है उसे पुनः प्रकाश में लाया जा रहा है ।हाईपा का युद्ध जिसे आज तक दबाया गया जिसमें भारतीय सैनिकों के वलिदान वीरता का लोहा सारे विश्व ने माना था ऐसे इतिहासों पर पुनः चर्चा की जाने लगी है।
गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष ओंमकार सिंह सलूजा ने कहा कि प्रधानमंत्री मा नरेंद्र मोदी जी ने जो हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए सिखों ने जो बलिदान दिया था उसे याद करने का काम किया जा रहा है उसका सर्व सिख समाज सदैव आभारी रहेगा।
जिला पंचायत अध्यक्ष कैलाश नारायण निरंजन ने कहा कि हम सदैव ऐसे ही देश धर्म की रक्षा के लिए बलिदान देने वालों को याद करते रहें और उनसे प्रेरणा लेते रहें।
सदर विधायक रामरतन कुशवाहा एड ने कहा कि आज हमें प्रधानमंत्री मोदी जी के वताये गये रास्ते पर चल कर आत्मचिंतन करना होगा । उन्होंने कहा कि दशमेश गुरु, गुरु गोविंद सिंह के चारों सहाबजादों ने देश धर्म पर बलिदान कर हमें प्रेरणा दी है और सदैव हमें इन वीर बालकों को याद रखना होगा और उनकी आपस में चर्चा करके आम जन को बताना भी होगा ताकि वे भी इस बलिदान को जान समझ सकें।
श्रम सेवा राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ उर्फ मन्नू कोरी ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने सिख समुदाय के इतिहास और बलिदानी परम्परा को बताने हेतु वीर बाल दिवस मनाने की परम्परा शुरू की । जिससे हमें सत्य पर अडिग रहने की प्रेरणा मिलती है ।
मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता के रूप में प्रयागराज झांसी क्षेत्र के शिक्षक विधायक डा बाबूलाल तिवारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और अन्य पार्टियों में यह अन्तर है कि अन्य दल सिर्फ राजनीतिक ऊंचाई पर चढ़ने की बात करते हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी इसके अलावा भी सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की भी वात करती है । उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इतिहास ने हमें सदैव गुमराह करने का काम किया है। अंग्रेजी, वामपंथी इतिहासकारों ने सदैव हमारे कमजोर पहलू को उजागर करने का काम किया है और हमारी विजय,बलिदान को नेपथ्य में धकेल दिया गया है। लेकिन हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह आजादी का अमृत काल है और अब हम अपने उन बलिदानियों और उस इतिहास को प्रकाश में लाने का काम करेंगे जिन के साथ कांग्रेस सरकार ने सोतेला व्यवहार किया।सिख गुरुओं के अमर बलिदानी परम्परा को फिर से इतिहास के मुख्य पृष्ठों पर लाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति की जड़ें राम, कृष्ण तक जातीं हैं ।हम सदैव आक्रमणकारियों से लड़ते रहे ।कभी जीते, कभी हारे लेकिन संघर्ष का रास्ता कभी नहीं छोड़ा और इसी कारण आज भी हमारी संस्कृति धरती के पटल पर अमरता के साथ खड़ी है जब कि रोम,ग्रीक, मिस्त्र की सभ्यताओं को अरबों की आंधी ने नेस्तनाबूद कर दिया था । हमारा बुन्देलखण्ड भी वीरता में अनूठा है । जहां अन्य जगह महिलाओं की अस्मिता के लिए युद्ध लड़े गए वहीं बुन्देलखण्ड में एक महिला यानि वीर महारानी लक्ष्मीबाई ने अठारह सौ सत्तावन की क्रांति की शुरुआत की थी जिसके बाद सारे भारत में क्रांति की ज्वाला फैली।
अन्त में जिला अध्यक्ष राजकुमार जैन ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज हमारे वक्ताओं ने कई ऐसे प्रसंगों पर प्रकाश डाला जिनके बारे में हम लोगों को नई जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि हम सब वीर बालकों के बलिदानों की जानकारी अपने परिवार तक पहुंचाने का कार्य करेंगे ताकि हमारे बच्चे भी इससे प्रेरणा ले सकें ।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष राजकुमार जैन,श्रम सेवा राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ उर्फ मन्नू कोरी, सदर विधायक रामरतन कुशवाहा एड, जिला पंचायत अध्यक्ष कैलाश नारायण निरंजन, ललितपुर गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष ओंमकार सिंह सलूजा, कार्यक्रम के संयोजक महेश श्रीवास्तव भैया, बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड के सदस्य प्रदीप चौबे, गुरु सिंह सभा के महामंत्री सरदार सुरजीत सिंह , निवर्तमान अध्यक्ष जगदीश सिंह लोधी एड, पूर्व अध्यक्ष हरीराम निरंजन, सहकारी बैंक अध्यक्ष रमेश कुमार सिंह लोधी एड, पूर्व विधायक रमेश कुमार कुशवाहा, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि मुन्ना लाल जैन सैदपुर, क्षेत्रीय सदस्य धर्मेन्द्र गोस्वामी, जिला महामंत्री गण महेश श्रीवास्तव भैया, बलराम सिंह लोधी, विधायक प्रतिनिधि केदारनाथ तिवारी, शिक्षक प्रकोष्ठ के संयोजक ओमशंकर श्रीवास्तव, जिला कोषाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद सड़ैया, जिला मीडिया प्रभारी देवेन्द्र गुरु, जिला उपाध्यक्ष हरिश्चंद्र रावत,किरन सैन, बसंती लारिया , धर्मेन्द्र पाठक, आशीष पटैरिया,क्षेत्रीय मोर्चा उपाध्यक्ष गण अजय पटैरिया, गौरव गौतम, जिला मंत्री गौरव चौधरी,महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी रावत, प्रियंका सिंह राजपूत ,सत्यम साहू, शशिशेखर पांडेय,रानी जहां, पूर्व सहकारी बैंक अध्यक्ष अशोक कुमार रावत, दिग्विजय सिंह लोधी मोंटी, सरदार परमप्रीत सिंह कोषाध्यक्ष, उपाध्यक्ष हरिविन्दर सिंह सलूजा,अभिलाषा राय,हरप्रीत सिंह, सरदार अवतार सिंह, मंत्री गुरु सिंह सभा चरन प्रीति सिंह मंत्री, सरदार आनन्द सिंह, सरदार अनिल सिंह, सरदार गौरव सिंह, मानवेन्द्र कौर जी, सहकारी बैंक उपाध्यक्ष श्रीकांत कुशवाहा, सुरेश टोंटे एड, अरविंद सिंह लोधी प्रधान गुरसौरा,सरदार केदार सिंह, राजेश लिटौरिया,डा दीपक चौबे, हरीराम सिंह राजपूत एड, संदीप सिंह बुंदेला,पार्थ चौबे,देशपत कुशवाहा, आशीष पंडा,रतीराम निरंजन, दिवाकर चौबे, रजनी अहिरवार, भगतसिंह राठौर, अभिषेक सौंनी, अरविंद सिंघई, मोहन लाल रायकवार,इं बी के पाल ,डा तेजस्व श्रीवास्तव,रवि खरे, गजेन्द्र प्रताप सिंह लोधी, राहुल सिंह लोधी, मुलायम सिंह लोधी, रामेश्वर प्रसाद लोधी, पुनीत चौरसिया,सूरज जैन,नीरज पटैरिया ,सोनू चौबे,आनन्द देवलिया, श्याम बिहारी कौशिक आदि उपस्थित रहे।




