छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में महात्मा गांधी की वेशभूषा में शराब दुकान हटाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे युवक पर हमला कर दिया गया, जिसकी वजह से जमकर बवाल हो गया। दरअसल, मोहल्लेवासियों के साथ समाजसेवी युवक संजय आयल सिंघानी पिछले 6 दिनों से अपनी चिता बनाकर भूख हड़ताल पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
गुरुवार की सुबह अचानक बाइक सवार युवक आया और उन पर बेल्ट से हमला कर दिया। उसे देखकर मौजूद आरक्षक ने बीच-बचाव किया और युवक को पकड़ लिया। इससे आक्रोशित मोहल्ले वासियों ने युवक को घेर लिया और उसकी पिटाई शुरू कर दी। तब युवक को बचाकर हिरासत में लिया गया। पूरा मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।
दरअसल, बिलासपुर नगर निगम के सरकंडा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 63-65 अरविंद नगर बंधवापारा में शराब दुकान संचालित है, जिस जगह पर शराब दुकान है, वहां से 50 मीटर के दायरे में स्कूल है और रिहायशी इलाका है। शराब दुकान के कारण चौक में चखना दुकान लगता है और शराब और शरारती तत्वों की भीड़ जुटी रहती है। इसके चलते आए दिन मारपीट, चाकूबाजी के साथ ही छेड़खानी जैसी घटनाएं होती रहती है। वहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा भी लगा रहता है। लिहाजा, मोहल्लेवाले शराब दुकान को हटाने की मांग कर रहे हैं।
छह दिन से चल रहा है भूख हड़ताल, बिगड़ने लगी तबीयत
इस
आंदोलन को शहर में गांधी के रूप में पहचान बनाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता
संजय आयल सिंघानी ने समर्थन दिया है, और भूख हड़ताल कर रहे हैं। उनके साथ
महिलाएं भी क्रमिक भूख हड़ताल कर रही हैं। सिंघानी महात्मा गांधी के वेश में
अपनी चिता बनाकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके चलते बुधवार शाम से उनकी तबीयत
भी बिगड़ने लगी है। डॉक्टरों की टीम ने उनकी जांच की। तब पता चला कि लगातार
उनका ब्लड प्रेशर और सुगर लेवल डाउन हो रहा है। हालांकि, संजय आयल सिंघानी
ने अस्पताल जाने से इंकार कर दिया है।
9.30 बजे आया अचानक आया युवक, बेल्ट से मारने लगा
गुरुवार
की सुबह संजय आयल धरना स्थल पर बैठकर धूप ताप रहे थे। इस दौरान उनके
सहयोगी प्रदर्शनकारी भी टाइलेट गए थे। हालांकि, पुलिसकर्मी बैठा हुआ था।
तभी बाइक सवार युवक आया और संजय से बात करने लगा। बात करते-करते उसने अचानक
बेल्ट निकालकर उनकी पिटाई शुरू कर दी, जिसे देखकर मोहल्ले की महिलाएं
दौड़ते आईं और बीच-बचाव किया। इसके बाद पुलिस ने युवक को दबोच लिया।
महिलाओं ने मचाया हंगामा, पुलिस के खिलाफ हुई नारेबाजी
इस
घटना के बाद मोहल्ले की महिलाएं आक्रोशित हो गईं। उन्होंने मारपीट करने
वाले युवक को सबक सिखाने पर अड़े रहे और उसकी पिटाई करने की बात करने लगी।
हालांकि, पुलिसकर्मी ने युवक को पकड़कर एक दुकान में बंद कर दिया। फिर बल
बुलाकर उसे सुरक्षा के साथ थाने ले जाया गया। इधर, महिलाओं ने आंदोलन में
सुरक्षा व्यवस्था मुहैया नहीं कराने को लेकर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी
की।
संजय बोला- शराब दुकान बंद कराने के नाम पर की मारपीट
गांधी
की वेश में धरना प्रदर्शन कर रहे संजय आयल सिंघानी ने बताया कि वे सुबह
धूप तापते हुए अकेले बैठे थे। वहां पुलिसकर्मी भी था। तभी बाइक सवार युवक
आया और उनके पास आकर बातचीत करने लगा। युवक ने कहा कि शराब दुकान क्यों बंद
कराना चाहते हो, तब संजय ने कहा कि लोग शराब पीना बंद कर देंगे, तो उन्हें
दुकान बंद कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस दौरान युवक ने अचानक बेल्ट
निकाला और ताबड़तोड़ पिटाई शुरू कर दी। उसकी हरकतों को देखकर महिलाएं दौड़ती
हुई आई, तब तक पुलिस कर्मी ने उसे पकड़ लिया। महिलाओं की भीड़ युवक पर टूट
पड़ने वाली थी। इससे पहले ही पुलिसकर्मी ने युवक सुरक्षित एक दुकान में बंद
कर दिया।
पुलिस पर बरसीं महिलाएं, प्रशासन के खिलाफ बढ़ रहा आक्रोश
शराब
दुकान को मोहल्ले से हटाने को लेकर महिलाएं पिछले छह दिनों से हड़ताल पर
हैं। इस दौरान गांधी बने युवक के साथ महिलाएं और मोहल्ले के युवकों के साथ
ही स्कूली बच्चे भी प्रदर्शन कर रहे हैं। यह आंदोलन पिछले छह दिन से चल रहा
है। लेकिन, अभी तक प्रशासन ने उनकी कोई सुध नहीं ली है। यहां तक प्रशासनिक
अमला भी वहां नहीं पहुंचा है। इधर, गुरुवार की सुबह भूख हड़ताल पर बैठे
युवक पर हमला कर दिया गया, जिससे महिलाओं का गुस्सा पुलिस पर भड़क गया। उनका
कहना था कि छह से हडंताल चल रहा है और सुरक्षा व्यवस्था तक नहीं की गई है।
इस दौरान महिलाओं और पुलिसकर्मियों के बीच तीखी बहस भी हुई।