खंडवा में इंस्टाग्राम पर गुंडों ने पालीवाल नाम लेकर धमकी दी है। हिंदूवादी नेता और महादेवगढ़ संरक्षक अशोक पालीवाल के समर्थकों ने इसकी शिकायत पुलिस से की। इसका वीडियो पोस्ट किया है। ये वीडियो 3 युवकों ने बनाया है। इनमें से एक युवक हत्या के प्रयास का आरोपी है।
पालीवाल समर्थक और बजरंग दल नेता संकेत जोशी की शिकायत पर थाना मोघट रोड पुलिस ने 2 आरोपियों पर नामजद, एक अज्ञात पर FIR की है। इस्सू उर्फ इसरार और मोनू मिर्जा निवासी गुलशन नगर पर 188 के तहत केस दर्ज हुआ है।
संकेत जोशी ने बताया कि वे इंस्टाग्राम देख रहे थे। मोनू मिर्जा नाम की इंस्टाग्राम आईडी से हिंसा भड़काने वाला VIDEO शेयर किया गया था। VIDEO में मोनू, इस्सू और एक अन्य पालीवाल के नाम से चेतावनी देते हुए हथियार उठाने की बात कह रहे हैं।
VIDEO में यह कहते हुए दिख रहे आरोपी
मत रखो तासुम हमसे, हमारे हमवतनो,
कहो तो अलग रास्ता बना लें,
तेरे जुल्म से ऐसा न हो पालीवाल,
जो टांग दी तलवारें, वो फिर उठा लें।
VIDEO शेयर करने पर मूंदी के थाने में भी शिकायत
दूसरी ओर, मूंदी थाने में भी जितेंद्र दुबे ने हाशिम पिता एजाज, मो. गौरी निवासी मूंदी और अन्य पर धार्मिक भावना भड़काने का आरोप लगाते हुए शिकायत की है। दुबे का कहना है कि मिर्जा और इस्सू का यह VIDEO हाशिम ने भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है। आरोपियों के खिलाफ हिंसा भड़काने का केस दर्ज किया जाए। पुलिस आवेदन पर जांच कर रही है।
पालीवाल को दी गई है पुलिस सुरक्षा
6 महीने पहले ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में खंडवा में सिर तन से जुदा के नारे लगे थे। इस जुलूस में भी पालीवाल को धमकी मिली थी। इसके बाद एक यूट्यूब न्यूज चैनल के कमेंट्स बॉक्स में पालीवाल को जान से मारने की धमकी दी गई। तब से पालीवाल को पुलिस सुरक्षा दी गई है। पालीवाल हिंदूवादी नेता के साथ महादेवगढ़ संरक्षक हैं। हजारों की संख्या में उनके युवा समर्थक हैं। इसी के चलते पालीवाल का सरकार में भी दखल है। शहर के नामी व्यवसायी परिवार से हैं।
खंडवा रहा है सिमी का गढ़
खंडवा आतंकी संगठन सिमी का गढ़ रहा है। 6 साल पहले 31 अक्टूबर की सुबह भोपाल के पास खेजड़ा गांव में हुए एनकाउंटर में सिमी के 8 आतंकी मारे गए थे। इन 8 आतंकियों में 5 खंडवा के थे। यही सभी भोपाल की सेंट्रल जेल से फरार हुए थे। इससे पहले भी 1 अक्टूबर 2013 को खंडवा की जेल से सिमी के 6 आतंकी फरार हुए थे।