उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के देवनाथापुरा में स्थित कैलाश भवन की तीसरी मंजिल पर चार पर्यटकों ने फांसी लगाकर जान दे दी. सुसाइड करने वाले चारों पर्यटक आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे. इनमें से तीन पुरुष और एक महिला है. सूचना मिलने पर पुलिस कमिश्नर सहित भारी फोर्स कैलाश भवन पहुंच गई. पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने जब कमरे की तलाशी ली तो एक सुसाइड नोट मिला, जो तेलुगू में लिखा था.
जानकारी के मुताबिक, दशाश्वमेध थाना क्षेत्र में स्थित आंध्र आश्रम के नाम से जाने, जाने वाले कैलाश भवन में इसी महीने 3 दिसंबर को आंध्र प्रदेश के चार लोग वीरा वेंकट सूर्य मोहन राजेश (25), जयराम (23), कोंडा बाबू (50) लावण्या (45) रुके हुए थे. इनमें से वीरा वेंकट सूर्य मोहन राजेश और लावण्या पति-पत्नी थे, जबकि जयराम और कोंडा बाबू इनके बेटे थे. गुरुवार को इन चारों के कमरे का दरवाजा काफी देर तक नहीं खुला तो कैलाश भवन के कर्मचारियों को अनहोनी की आशंका हुई. वह दरवाजे के पास जाकर आवाज लगाने लगे, लेकिन दरवाजा नहीं खुला.
कमरे में फंदे पर लटका मिला चारों का शव
इस पर कैलाश भवन के कर्मचारियों ने दशाश्वमेध पुलिस को फोन कर जानकारी दी. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने जब दरवाजा तोड़कर देखा तो अंदर चारों के शव फांसी के फंदे पर लटके हुए थे. अंदर का नजारा देख पुलिस भी दंग रह गई. पुलिस ने अपने आला अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. सूचना मिलने पर वाराणसी पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन पुलिस बल के साथ मौके पर घटनास्थल पहुंचे और कमरे की जांच-पड़ताल की.
पुलिस कमिश्नर ने दी घटना की जानकारी
जांच-पड़ताल के दौरान कमरे से एक सुसाइड नोट मिला, जो तेलुगू में लिखा हुआ था. पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि मौके से सुसाइड नोट मिला है. चारों मृतक आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे और एक ही परिवार के थे.सुसाइड नोट के अनुसार, परिवार आर्थिक रूप से परेशान था. बीते दो महीनों से घर छोड़कर परिवार बाहर रह रहा था. सुसाइड नोट में परिवार ने कुछ लोगों पर पैसा लेकर मानसिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाया. पूरे मामले की जांच की जा रही है.
आज सुबह खाली करना था कमरा
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि चारों पर्यटक आंध्र प्रदेश के ईस्ट जिला गोदावरी के रहने वाले थे. बुधवार रात में ही चारों पर्यटकों ने चेक आउट किया था. गुरुवार सुबह चारों को कमरा खाली करके जाना था, लेकिन जब ये शाम तक कमरे से नहीं निकले तो कैलाश भवन के कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी.