गरीब लोगों को चंद रुपए का लालच देकर उनके नाम से बैंक खाता खुलवाने और फिर उसमें महादेव सट्टा की रकम की लेने-देन करने वाला आरोपी पिछले 8 महीने से फरार था। दुर्ग पुलिस ने उस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने यश बैंक में एक युवक का खाता खुलवा कर उसमें करोड़ों रुपए का लेन देन किया था। इस मामले में पुलिस को आरोपी की तलाश थी।
सुपेला टीआई दुर्गेश शर्मा ने बताया कि 14 अप्रैल को शांति नगर निवासी हरिकांत द्विवेदी (24वर्ष) ने सुपेला थाने में फर्जी बैंक अकाउंट खोले जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने बताया था कि मनीष मिश्रा और शाहिल महिलांग ने मिलकर उसका यश बैंक में खाता खुलवाया था। इसके बाद बिना उसकी जानकारी के उस खाते में बड़ी रकम का लेन देन किया जा रहा था।
जब
उसके मोबाइल में उस खाते से बड़ी रकम निकालने और जमा होने का मैसेज आया तब
उसे किसी फ्रॉड का अंदेशा हुआ। उसने तुरंत बैंक जाकर यश बैंक के मैनेजर से
इस बारे में पता किया। इस पर उन्हें बताया गया कि मनीष मिश्रा ने खाते से
चेक के माध्यम से 3 लाख 85 000 रुपए का आहरण किया गया है। इसके बाद
प्रार्थी ने मामले की शिकायत सुपेला थाने में दर्ज कराई थी।
पुलिस मनीष को किया गिरफ्तार, शाहिल था फरार
सुपेला
पुलिस ने मामला दर्ज कर यस बैंक के मैनेजर से पूछताछ की। इसके बाद इस
मामले में मनीष मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। वहीं हाउसिंग बोर्ड
निवासी साहिल महिलांग फरार हो गया था। पुलिस को उसकी 8 महीने से तलाश थी।
उसे गिरफ्तार करने पुलिस ने कई जगह दबिश भी दी थी। रविवार को मुखबिर की
सूचना पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया और जेल भेजा।