अयोध्या. खबर उत्तर प्रदेश के अयोध्या जनपद से है जहां पर ईसाई मिशनरियों के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के कम पढ़े-लिखे लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा था. मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने पादरी को हिरासत में ले लिया है. बताया जा रहा है कि अयोध्या के थाना महाराजगंज क्षेत्र के रुदौलिया ग्राम में पुलिस को सूचना मिली कि वहां पर सामूहिक तौर पर कम पढ़े लिखे ग्रामीणों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था. मुखबिर की सूचना पर पुलिस सक्रिय हो गई और बताए गए स्थान पर पहुंच गई जहां से आरोपी पादरी को गिरफ्तार किया.
मिली जानकारी के अनुसार, मुखबिर की सूचना पर मौके पर पहुंचने के बाद पुलिस ने देखा कि काफी भीड़ इकट्ठा हुई है और एक आदमी बाकायदे आसन लगाकर ग्रामीण क्षेत्र के गरीब तबके के कम पढ़े लिखे लोगों को ईसाई धर्म के बारे में उपदेश दे रहा था और उन्हें ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित कर रहा था. पुलिस के पहुंचने के बाद बहुत सारे ग्रामीण वहां से धीरे-धीरे खिसकने लगे, लेकिन आसन पर बैठा पादरी टस से मस नहीं हुआ.
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि पादरी बनकर बैठा व्यक्ति घनश्याम मौर्य है, जिसकी उम्र करीब 46 वर्ष है. पुलिस ने व्यक्ति की तलाशी ली और उसके पास से एक दर्जन से भी अधिक धार्मिक पुस्तकें प्राप्त हुईं हैं. इन पुस्तकों में पवित्र बाइबल, सलीव की विजय, धर्मी बानो ,कैथोलिक विश्वास प्रश्नोत्तरी, हमारी प्रतिदिन की रोटी प्रकाश हो जाए पवित्र हृदय का संदेश आराधना के गीत खुशी के लिए मार्गदर्शिका आजादी के गीत सहित 10 से अधिक पुस्तक घनश्याम मौर्य के पास से पुलिस को बरामद हुई हैं.
पुलिस की पूछताछ में घनश्याम मौर्य ने कबूल किया है कि उसने ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया है और वह वहां बैठकर लोगों को ईसाई धर्म के बारे में ही जागरूक कर रहा था. आरोपी ने यह भी स्वीकार किया कि वह लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित कर रहा था. ग्रामीणों ने भी बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में रात के 10 बजे धर्म परिवर्तन का खेल चल रहा था. महाराजगंज पुलिस ने धारा 505 के तहत घनश्याम मौर्या के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है और घनश्याम मौर्य को हिरासत में ले लिया है.